मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि अगर भाजपा देश की अर्थव्यवस्था में सुधार के बजाय सरकारें गिराने में दिलचस्पी लेती रही तो अराजकता फैल जाएगी। शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली को संबोधित कर रहे ठाकरे ने भाजपा को चुनौती दी कि उनकी 11 महीने पुरानी सरकार गिराकर दिखाए। ठाकरे ने कहा, 'जिस दिन मैं मुख्यमंत्री बना था, उसी दिन से कहा जा रहा था कि देखना महाराष्ट्र सरकार चलेगी नहीं, गिर जाएगी। मैं उन लोगों को चुनौती देता हूं और मैं उन लोगों से कहता हूं कि अगर आप में हिम्मत है, तो आगे आइए और हमारी सरकार को गिरा कर दिखाइए।" उन्होंने कहा कि पहले भाजपा केंद्र में अपनी सरकार को बचाए।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना कहा-लोगों ने अब सोचना शुरू कर दिया है कि आपको छोड़कर कोई और करेगा। उन्होंने कहा-अर्थव्यवस्था में सुधार के बजाय सरकारों को गिराने के लिए कदम उठाए गए, हम अराजकता की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि महामारी में कोई राजनीति कैसे कर सकता है? लेकिन शिवसेना के हिंदुत्व पर सवाल उठाया जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस की छवि खराब की जा रही है।
रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के नागपुर में दिए गए संबोधन का जिक्र करते हुए ठाकरे ने कहा- आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हिंदुत्व शब्द को पूजा परिपाटियों से जोड़कर तोड़-मरोड़कर पेश किया जाता है। उन्होंने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के हिंदुत्व पर दिए गए एक बयान को लेकर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा-काली टोपी पहनने वाले लोगों के पास अगर दिमाग है तो उन्हें संघ प्रमुख की बात को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक समय संघ मुक्त भारत की वकालत की थी। वर्ष 2014 में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर किसी धर्मनिरपेक्ष चेहरे को पेश करने की मांग की थी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा- क्या नीतीश ने हिंदुत्व का चोंगा पहन लिया है या भाजपा अब धर्मनिरपेक्ष हो गई है।
बिहार में टीका मुफ्त, बाकी लोग क्या बांग्लादेश से आए
उद्धव ठाकरे ने बिहार में कोरोना का टीका मुफ्त उपलब्ध कराने संबंधी भाजपा के चुनावी वादे पर तंज कसा है। ठाकरे ने कहा-आप बिहार में कोरोना के मुफ्त टीके का वादा करते हैं, तो क्या अन्य राज्यों के लोग बांग्लादेश या कजाकिस्तान से आए हैं? ऐसी बातें कर रहे लोगों को खुद पर शर्म आनी चाहिए, खासकर तब जब वे केंद्र में बैठे हैं।
कंगना पर साधा निशाना
अभिनेत्री कंगना रनौत पर परोक्ष निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग रोजी-रोटी के लिए मुंबई आते हैं और शहर को पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर) बोलकर उसे गाली देते हैं।
बेटे को लेकर चुप्पी तोड़ी
ठाकरे ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अपने बेटे आदित्य ठाकरे पर लग रहे आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा-बिहार के बेटे को न्याय दिलाने के लिए शोर मचा रहे लोग महाराष्ट्र के बेटे के चरित्र हनन में लगे हैं।
जीएसटी पर विचार की जरूरत
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि मौजूदा जीएसटी प्रणाली पर पुनर्विचार करने का वक्त आ गया है। अगर जरूरी हुआ तो इसे बदला जाना चाहिए। राज्यों को इससे फायदा नहीं मिल रहा है। ठाकरे ने कहा-महाराष्ट्र को अभी तक जीएसटी का 38,000 करोड़ रुपये का बकाया नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि भाजपा को लोगों को जाति और धर्म के आधार पर नहीं बांटना चाहिए।