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मुंबई: राकांपा प्रमुख शरद पवार के पूर्व कांग्रेसी नेता नारायण राणे से मुलाकात के बाद अगले साल आम चुनाव के पहले राणे के विपक्षी खेमे में लौटने के कयास लगाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में सिंधुदुर्ग जिले का दौरा कर रहे पवार कांकावली में पूर्व मुख्यमंत्री राणे के आवास पर गए। राणे का कोंकण क्षेत्र में मजबूत जनाधार है। उन्होंने पिछले साल सितंबर में कांग्रेस छोड़ दी थी और अपनी नयी पार्टी- महाराष्ट्र स्वाभिमानी पक्ष का गठन किया था। वह फिलहाल राज्यसभा सदस्य हैं। सत्तारूढ़ भाजपा के समर्थन से वह राज्यसभा सदस्य बने थे।

भेंट के बारे में पूछे जाने पर, दोनों वरिष्ठ नेताओं की मुलाकात के दौरान मौजूद रहे राणे के बेटे नितेश ने इसे 'सद्भावना मुलाकात बताया । विवरण देने से इंकार करते हुए विधायक ने कहा, ''वह (पवार) कांकावली से रत्नागिरि की तरफ जा रहे थे। उन्होंने कहा कि वह चाय के लिए आएंगे, इसलिए वह आए। हालांकि, एक सूत्र ने कहा, ''बैठक के दौरान मौजूदा राजनीतिक हालात पर अनौपचारिक चर्चा हुई। दोनों के बीच कुछ और बैठकें हो सकती है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सूत्रों के मुताबिक, रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र से राणे को पार्टी के टिकट पर उतारने के विकल्प को खंगाला जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनावों के पहले भाजपा ने सहयोगी शिवसेना को सीट दे दी थी जिससे राणे नाराज थे। राणे ने मतभेद के बाद 2005 में शिवसेना छोड़ दी थी। सूत्रों ने राणे द्वारा विभिन्न मुद्दों पर भाजपा नीत केंद्र सरकार की आलोचना का भी हवाला दिया।

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