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मुंबई: महाराष्ट्र में एक बार फिर से बड़ी संख्या में किसान सड़क पर उतर चुके हैं। महाराष्ट्र के हज़ारों किसान मुंबई कूच के लिए तैयार हैं। मुंबई की ओर लॉन्ग मार्च के लिए किसान ठाणे के आनंद नगर में मंगलवार की रात से ही जमा होने लगे। उत्तरी महाराष्ट्र से हज़ारों किसान ठाणे पहुंचे हैं। ये किसान गुरुवार को मुंबई पहुंचेंगे। ये किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के साथ ही एमएसपी पर कानून लाने जैसी कई मांगे कर रहे हैं। किसान नेताओं का दावा है कि महाराष्ट्र सरकार ने 6 महीने बीत जाने के बाद भी अब तक कोई वादा पूरा नहीं किया है।

स्वराज अभियान के मुखिया और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता योगेंद्र यादव और संरक्षणवादी डॉ राजेंद्र सिंह इस किसान मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं। दरअसल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पंजाब में बीते 6 महीने से लगातार अपनी मांगों को लेकर और सरकार के खिलाफ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।

दरअसल, इन हजारों किसानों की इस मार्च के माध्यम से मांग है कि खेतिहर मजदूरों की जंगल की जमीनें दी जाएं। साथ ही, सूखा प्रभावित इलाकों में सही ढंग से राहत पहुंचे. किसानों का कहना है कि पिछले प्रदर्शन को कई महीनें हो गए, मगर अब तक एक भी आश्वासन पर काम नहीं हुआ। महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों से रात भर किसान ठाणे इकट्ठा होने लगे।

ठाणे में डॉ राजेंद्र सिंह और डॉ योगेंद्र यादव इस किसान मार्च का नेतृत्व करेंगे। बताया जा रहा है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे मुंबई में आजाद मैदान में मार्च करेंगे और मंत्रालय और सचिवालय के पास प्रदर्शन भी करेंगे।

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