नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ सोमवार को भारत बंद में हिस्सा लेने के कांग्रेस के अनुरोध को शिवसेना ने रविवार को ठुकरा दिया। संवाददाताओं से बात करते हुए महाराष्ट्र के कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि उन्होंने शिवसेना से आग्रह किया था। चव्हाण ने कहा कि हमें उम्मीद है कि शिवसेना इसका समर्थन करेगी। कीमत में बढ़ोतरी के खिलाफ खुलकर आने के लिए मैंने निजी तौर पर (शिवसेना के राज्यसभा सदस्य) संजय राउत से बात की है लेकिन हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। कांग्रेस के आग्रह पर जवाब देते हुए राउत ने कहा कि शिवसेना बंद में हिस्सा नहीं लेगी।
राज ठाकरे की मनसे ने रविवार को कहा कि वह बंद में हिस्सा लेगी। ठाकरे ने एक बयान में कहा कि मनसे केवल बंद में हिस्सा ही नहीं लेगी बल्कि सक्रिय भागीदारी भी करेगी। बता दें कि पेट्रोल-डीजल के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी और बढ़ती महंगाई के विरोध में सोमवार 10 सितंबर को कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों ने भारत बंद का आह्वान किया है।
कांग्रेस के मुताबिक इस बंद को सफल बनाने के लिए 21 राजनीतिक दलों का उसे समर्थन प्राप्त है। पार्टी ने अन्य विपक्षी दलों से भी बंद को सफल बनाने के लिए समर्थन देने की अपील की है। कांग्रेस के मुताबिक यह बंद सुबह 9 बजे से दिन में तीन बजे तक होगा। कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से बंद को सफल बनाने की अपील की है। साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है कि बंद के दौरान किसी प्रकार की हिंसा न हो।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलने वाली पार्टी है और आम आदमी को कोई तकलीफ न हो। कांग्रेस का दावा है कि ‘भारत बंद’ को समाजवादी पार्टी , बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, डीएमके, राष्ट्रीय जनता दल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, जनता दल सेक्युलर, राष्ट्रीय लोकदल, झारखंड मुक्ति मोर्चा, एमएनएस और कई अन्य दल समर्थन कर रहे हैं।