मुंबई: मानहानि मुकदमे का सामना कर रहे राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा भाजपा बुजुर्गों का सम्मान नहीं करती। कोर्ट में पेशी के बाद मुंबई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुखातिब कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर आप उनकी आवाज को ध्यान से सुनेंगे तो पाएंगे उनके वादों में सच्चाई नहीं है, जैसा सच का सिपाही होने के नाते मेरी आवाज में है। उन्होंने कहा कि मोदी ने अपने गुरु (लाल कृष्ण आडवाणी) का कार्यक्रम तक में आदर नहीं किया। आज मैं आडवाणी जी के लिए बहुत क्षोभ महसूस कर रहा हूं। हालांकि राहुल इस बयान पर भाजपा के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल भाजपा को नसीहत देने से पहले अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं वीपी नरसिम्हा राव और प्रणब मुखर्जी का सम्मान करना सीखें।
मुंबई में आयोजित कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से भाजपा और नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। राहुल ने कहा, 'भाजपा को हमने कर्नाटक में हराया, गुजरात में वे मुश्किल से जीत पाये। भाजपा इस बार राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पूरी तरह साफ हो जाएगी। कांग्रेस और दूसरी पार्टियां मिलकर लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिलकर हराएंगे।'.
राहुल ने स्थानीय कार्यकर्ताओं की ओर मुखातिब होते हुये कहा कि मुंबई की तरह कांग्रेस भी समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर काम करती है। कांग्रेस भी सबको साथ लेकर भारत का निर्माण करती है। उन्होंने इस कार्यक्रम में मराठी भाषा से भाषण की शुरुआत की। राहुल ने कहा, हिंदुस्तान में बहुत सारे शहर हैं पर मुम्बई एक ऐसा शहर है जो सबको जोड़ने का काम करता है। कोई भी आता है मुंबई उसे जाति-धर्म भूल अपनाती है। मुंबई में काम की पहचान होती है। इसलिए मुम्बई हिंदुस्तान की आर्थिक राजधानी है और दुनिया की राजधानी बनने की राह पर है।
उन्होंने कहा, जैसे मुंबई सबको लेकर चल रही है वैसे ही कांग्रेस सबको साथ लेकर चलती है। कांग्रेस पार्टी ने किसी भी व्यक्ति को डराकर कुचलने के काम नहीं किया। मीडिया से कहना चाहता हूं कांग्रेस पार्टी की सरकार में आप खुल कर हमारे बारे में बोल सकते थे। कांग्रेस ने ये दिया है आपको।
कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल किया कि नरेंद्र मोदी, आरएसएस ने मुंबई और हिंदुस्तान को क्या दिया? साल में 2 करोड़ युवाओं को प्रधानमंत्री ने रोजगार देने का वादा किया था। 2.5 लाख करोड़ रुपये देकर कुछ अमीरों के कर्जा माफ कर दिया। लेकिन किसानों के लिए अरुण जेटली कहते हैं किसानों का कर्जा माफ करना हमारी पॉलिसी नहीं है।
उन्होंने कहा, नीरव मोदी 35 हजार करोड़, माल्या 9 हजार करोड़ रुपये लेकर भाग चुका है। ललित मोदी भी भाग चुका है। (तभी एक कार्यकर्ता ने आवाज दी सिर्फ नरेंद्र मोदी बचा है) राहुल ने जवाब दिया 'वो भी भाग जाएगा।' राहुल ने कहा, प्रधानमंत्री के आवाज ध्यान से सुनो उनकी आवाज में घबराहट है। जयेश शाह के पिता (अमित शाह) जिसके बेटे ने 50 हजार को 80 करोड़ में बदल दियां। वो भी घबराए हैं। देश का युवा रोजगार मांग रहा है। लेकिन प्रधानमंत्री कह रहे हैं तुम आपस में लड़ो, देश मेरे भाषणों से चलेगा। हमारे मंच से आपको सच्चाई सुनाई देगी।
राहुल ने कहा, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी जिसे प्रधानमंत्री नीरव भाई और मेहुल भाई कह कर बुलाते हैं, 35 हजार करोड़ लेकर भाग गया, लेकिन प्रधानमंत्री ने एक शब्द नहीं बोला। नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वे देश के चौकीदार हैं, लेकिन हम गलत समझे वो देश के गिने चुने अमीरों के चौकीदार हैं।
राहुल गांधी ने बिना नाम लिए कहा कि उनके (भाजपा) एक नेता ने आ कर कहा कि देश को कांग्रेस ही चला सकती है, तभी वहां मौजूद किसी ने आवाज दी "आडवाणी"... राहुल ने कहा नहीं लेकिन आगे कहा कि मैं अलग-अलग समारोह में जाता हूं वहां आडवाणी जी की रक्षा करता हूं। राहुल ने कहा कि अटलजी बीमार हैं सबसे पहले मैं वहां गया। क्योंकि मैं समझता हूं। उन्होंने हमारे खिलाफ लड़ाई लड़ी, लेकिन वो देश के प्रधानमंत्री रहे हैं। उन्होंने ने देश के लिए काम किया है। उन्होंने कहा, जहां भी भाजपा-आरएसएस के कार्यकर्ता नफरत फैलाते हैं वहां कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचे और बोलें आप आग लगाओ हम प्यार बांटेंगे।
मीडिया की तरफ इशारा करते हुए राहुल ने कहा कि इनकी भी गलती नहीं है। डरे हुए हैं इनकी रक्षा की जिम्मेदारी भी आपकी है। मीडिया से आप भी थोड़ा तो बोलना शुरू कीजिए। राफेल पर बोलिये, जय शाह पर बोलिये, पीयूष गोयल पर बोलिये। दिल्ली में बन रहे कांग्रेस पार्टी के दफ़्तर में बलिदान करने वालों के नाम होंगे। जब सावरकर जी माफी मांग रहे थे तब हमारे लोग कुर्बानी दे रहे थे। माइक से हटने के बाद नेताओं के याद दिलाने पर राहुल फिर से माइक पर आए औऱ कहा... रमजान मुबारक.. ईद मुबारक।
राजनीतिक मर्यादाओं का उल्लंघन कर रहे हैं राहुल :भाजपा
भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेताओं को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि वे बेतुके आरोप लगाकर राजनीतिक मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और सांसद अनिल बलूनी ने मंगलवार को कहा कि जो पार्टी भारतीय परंपराओं और संस्कृति का मजाक उड़ाती हो उसे खुद आत्मचिंतन की जरूरत है। भाजपा की यह प्रतिक्रिया कांग्रेस अध्यक्ष की उस टिप्पणी के बाद आई जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री पर अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का सम्मान न करने का आरोप लगाया था।
बलूनी ने कहा है कि कांग्रेस अपने गिरेबान में झांके और देखे कि उसने अपने वरिष्ठ नेताओं को कितना सम्मान दिया था। कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंहराव, पूर्व अध्यक्ष सीताराम केसरी और हाल में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ कैसा व्यवहार किया यह सबके सामने है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भाजपा को राजनीतिक मूल्यों पर उपदेश देने की जरूरत नहीं है।