मुंबई: महाराष्ट्र के यवतमाल में कथित तौर पर कीटनाशकों से किसानों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के अकोला जिले में कीटनाशकों के छिड़काव के दौरान अब तक 20 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है और 800 किसान हॉस्पिटल में हैं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कपास की खेती ज्यादा की जा रही है, जिसमें कीड़े लगने की संभावना अधिक होती है। फसल पर लगातार कीटनाशक का छिड़काव करना पड़ता है। इस मौसम में किसानों को फसल को बचाने के लिए प्रोफेनोफॉस जैसे जहरीले कीटनाशक का छिड़काव करना पड़ा।
किसानों के नेता देवेंद्र पवार ने बताया कि कई किसानों ने छिड़काव के दौरान कीटनाशक सूंघ लिया। जिससे 20 किसानों की अब तक मौत हो चुकी है। वहीं, कई किसान अपनी आखें खो चुके हैं। यह कीटनाशक इतना खतरनाक है कि इसकी चपेट में आने से तकरीबन 800 किसान अस्पताल में भर्ती हैं। पवार ने आगे बताया कि इतने किसानों की मौत के बावजूद अब तक सरकार कोई कदम नहीं उठा सकी है।
महाराष्ट्र सरकार ने इस समस्या का कारण ढूंढने के लिए एक हाई लेवल समिति का गठन किया है, और छिड़काव के वक्त कुछ सुरक्षा साधन को अनिवार्य किया गया है। 3 अक्टूबर को सरकार ने मरने वाले किसानों के घर वालों को 2 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया था। लेकिन परिवारों का कहना है कि सरकार को 10 लाख रुपये मुआवजा देना चाहिए।