जयपुर: राजस्थान के वर्तमान राजनीतिक हालात को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार (15 जुलाई) को जयपुर में एक बैठक बुलाई है। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता वसुंधरा राजे की अगुवाई में यह बैठक होगी। फिलहाल वो धौलपुर में हैं और बुधवार को उनके वापस आने के बाद यह बैठक शुरू होगी। मंगलवार (14 जुलाई) को प्रदेश में दिनभर चले घटनाक्रम में कांग्रेस ने सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद से, तो विश्वेंद्र सिंह को पयर्टन मंत्री, रमेश मीणा को खाद्य मंत्री पद से हटा दिया। पार्टी ने इसकी घोषणा करते हुए कहा, “पायलट और कुछ मंत्री साथी दिग्भ्रमित होकर भाजपा के षडयंत्र के जाल में उलझकर कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हो गए।”
राजस्थान के इस ताजा संकट ने कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हाल के वर्षों में उसे कर्नाटक और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में अपनी सत्ता गंवानी पड़ी है। हालांकि राजस्थान की मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए लगता है कि कांग्रेस के पास राजस्थान में सरकार बचाने के लिए आवश्यक आंकड़े हैं। बागी कांग्रेस नेता सचिन पायलट से भाजपा की कोई बातचीत चल रही है, इस बारे में भाजपा की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
हालांकि सूत्रों का कहना है कि पायलट ने भगवा पार्टी के कुछ नेताओं से बात की है। पायलट के करीबी नेताओं ने हालांकि अभी तक इसी बात पर जोर दिया है कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे। सूत्रों का कहना है कि भाजपा इस बात पर करीब से नजर रखे हुए है कि कांग्रेस के कितने विधायक गहलोत के समर्थन में हैं और कितने पायलट के।
कांग्रेस ने पायलट को उपमुख्यमंत्री के पद से मंगलवार को हटा दिया। साथ ही राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी उनकी विदाई कर दी गई।