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जयपुर: राजस्थान के कोटा से भाजपा के विधायक मदन दिलावर ने एक वीडियो संदेश जारी कर दिल्ली की सीमाओं पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों को विकृत मानसिकता वाला करार दिया है। भाजपा विधायक ने कहा है कि ये लोग आंदोलन के नाम पर पिकनिक मना रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तथाकथित किसान बिरयानी खाकर बर्ड फ्लू फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।

करीब दो मिनट के वीडियो संदेश में दिलावर ये कहते दिख रहे हैं, "तथाकथित किसान आंदोलनरत हैं। किस बात के लिए आंदोलनरत हैं? जो किसानों के लिए बिल लाए गए हैं उन तीनों बिलों को निरस्त किया जाय ताकि किसानों को लाभ न मिले। इन तथाकथित किसानों को देश की चिंता नहीं है, देश के लोगों की भी चिंता नहीं है, उनके लिए आंदोलन क्या है..वे एक पिकनिक मना रहे हैं, चिकेन बिरयानी खा रहे हैं, काजू बादाम खा रहे हैं। सब प्रकार के ऐश्वर्य कर रहे हैं और वेश बदल-बदलकर वहां आ रहे हैं, उसमें आतंकवादी भी हो सकते हैं। उसमें कोई चोर लूटेरे भी हो सकते हैं। कुछ किसानों के दुश्मन भी हो सकते हैं। ये सब लोग देश को बर्बाद करना चाहते हैं।"

जयपुर: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सबकुछ ठीक-ठाक नजर नहीं आ रहा है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से वसुंधरा को छोड़कर अन्य सभी बड़े नेताओं को दिल्ली बुलाए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री के समर्थकों ने एक नया संगठन वसुंधरा राजे समर्थक राजस्थान (मंच) बनाने की घोषणा की है। संगठन बनाने वालों का कहना है कि वे चाहते हैं कि राजे 2023 में फिर मुख्यमंत्री बनें।

इस संगठन ने अपनी राज्य कार्यकारिणी बना ली है और कई जिलों में अपनी टीम गठित करने की घोषणा की है। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजे के समर्थकों द्वारा इस तरह से पार्टी से हटकर अलग संगठन बनाए जाने को पार्टी की राज्य इकाई में जारी खींचतान के प्रमाण के रूप में देखा जा रहा है। इस नवगठित वसुंधरा राजे समर्थक राजस्थान (मंच) के प्रदेश अध्यक्ष विजय भारद्वाज हैं जो खुद को भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता बताते हैं।

उन्होंने मीडिया से कहा, ''हमने 20 दिसंबर को यह संगठन बनाया। हमने 25 जिलों में पदाधिकारी नियुक्ति कर दिए हैं। हमारा लक्ष्य पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार की उपलब्धियों व नीतियों का प्रचार प्रसार करना है।''

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय की अंतिम वर्ष की कक्षाओं, कोंचिंग सेंटर और सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों को 18 जनवरी 2021 से खोलने के निर्देश दिए हैं। सीएम गहलोत ने अपने ऑफिशिल ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए लिखा, "बेहतरीन प्रबंधन और प्रदेशवासियों के सहयोग से राजस्थान में कोरोना की स्थिति काफी नियंत्रण में है। रिकवरी रेट बढ़कर अब तक की सर्वाधिक 96.31 प्रतिशत हो गई है। कुछ जिलों में पॉजिटिव केस शून्य होने के साथ ही अन्य जिलों में भी स्थिति बेहतर है। इसे देखते हुए स्कूलों में 9 से 12वीं तक की कक्षाएं, विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय की अन्तिम वर्ष की कक्षाओं, कोचिंग सेन्टर तथा सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों को 18 जनवरी से खोले जाने के निर्देश दिए हैं।#राजस्थान"

उन्होंने आगे लिखा, 'साथ ही, वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के कारण मेडिकल कॉलेज, डेन्टल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज एवं पैरामेडिकल कॉलेज 11 जनवरी से खोलने के भी निर्देश दिए हैं।

जयपुर: प्रदेश के 12 जिलों में सभी 50 निकायों के चुनाव परिणाम आ चुके हैं। इनमें 36 पर कांग्रेस का प्रत्याशी चेयरमैन चुना गया, जबकि 12 पर भाजपा और 2 पर निर्दलीय की जीत हुई है। रविवार को आए परिणामों के अनुसार 12 जिलों में से 6 में कांग्रेस पूरी तरह अपना परचम लहराने में कामयाब रही है। सिर्फ दो जगह निर्दलीयों को 1-1 सीट हासिल हुई। वहीं, अलवर के 6 अध्यक्षों में भाजपा के 4 और कांग्रेस के 2 रहे। 

श्रीगंगानगर में भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही 4-4 अध्यक्ष चुने गए। वहीं, जोधपुर, कोटा और सवाई माधोपुर में कांग्रेस और भाजपा को 1-1 अध्यक्ष मिला। इस दौरान भरतपुर के नदबई में 20 साल बाद कांग्रेस का बोर्ड बना है। यहां कांग्रेस की हरवती देवी ने जीत हासिल की।

इस जीत में विधायक जोगिंदर अवाना का अहम रोल रहा। जो लगातार कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिए जुटे हुए थे। गौरतलब है कि 13 दिसंबर को 12 जिलों के जारी परिणामों में 1775 में से कांग्रेस को 620, निर्दलीय 595 और बीजेपी को 548, बसपा को सात सीटें मिली थी।

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