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जयपुर: राजग की घटक राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक व नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने किसान आंदोलन के समर्थन में व लोकहित के मुद्दों को लेकर संसद की तीन समितियों के सदस्य पद से त्याग पत्र देने की घोषणा की है। सांसद ने अपना त्यागपत्र लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेजा है। बेनीवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा कि 26 दिसंबर को वह दो लाख किसानों के साथ दिल्ली की ओर कूच करेंगे तथा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में बने रहने के बारे में भी फैसला उसी दिन होगा। बिरला को भेजे पत्र में बेनीवाल ने संसद की उद्योग संबंधी स्थायी समिति, याचिका समिति व पेट्रोलियम व गैस मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति से इस्तीफा देने बात की है।

बेनीवाल के अनुसार उन्होंने सदस्य के रूप में जनहित से जुड़े अनेक मामलों को उठाया, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, इसलिए वह किसान आंदोलन के समर्थन में व लोकहित के मुद्दों को लेकर संसद की तीन समितियों के सदस्य पद से त्याग पत्र दे रहे हैं। बेनीवाल ने यहां आरएलपी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के बाद यह घोषणा की।

जयपुर: राजस्थान में 11 दिसंबर को हुए 12 जिलों की 50 नगर निकायों में से अधिकतर के नतीजे जारी हो चुके हैं। अब तक घोषित नतीजों के मुताबिक, प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस भाजपा को मात देने में कामयाब रही है, जबकि निर्दलीय किंगमेकर की भूमिका में हैं। अब तक घोषित नतीजों में कांग्रेस को 613, भाजपा को 530, बसपा को 7, भाकपा को 2, माकपा को 2, निर्दलीयों को 570 और रालोपा को 1 सीट पर जीत हासिल हुई है। 

पांच दिन पहले 21 जिलों के लिए हुए पंचायत समितियों और जिला परिषद के चुनाव परिणामों में एक नंबर पर रहने वाली भाजपा रविवार को आए निकाय चुनाव में तीसरे नंबर पर फिसल गई है। निकाय चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारने में कामयाबी हासिल की है, लेकिन ज्यादातर निकायों में सत्ता की चाबी निर्दलीयों के हाथों में रहने वाली है।

जयपुर: केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन ने राजस्‍थान में भी जोर पकड़ लिया है, जहां अनेक जगह पर किसानों ने शनिवार को राजमार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। इस बीच एनडीए की घटक राष्‍ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगर किसानों की इतनी ही चिंता है तो वह स्‍वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करें। उन्होंने कहा कि पता नहीं किसने मसौदा तैयार किया है। बस विधेयक पारित कराके चल दिए।

आरएलपी की ओर से कोटपूतली में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए बेनीवाल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने ये कानून लाते समय किसी से चर्चा नहीं की। उन्‍होंने कहा, ''जब तीनों विधेयक लाए गए तो किसी से बात नहीं की गयी। हम भी एनडीए का हिस्सा हैं, हम भी किसान के बेटे हैं, हमसे भी बात करते कि किसानों के लिए ऐसा विधेयक ला रहे हैं। पता नहीं किसने विधेयक का मसौदा बनाया ... लाकर रख दिया और हां पक्ष जीता, हां पक्ष जीता .. विधेयक पारित कराके चल दिए।''

जयपुर: राजस्थान की छह जिला परिषदों में कांग्रेस और भाजपा को अपने ही पार्षदों की क्रॉस वोटिंग का खामियाजा भुगतना पड़ा। पार्षदों ने राजनीतिक तोड़फोड़ करके अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी को हराने के लिए क्रॉस वोटिंग कर दी। पंचायत राज और स्थानीय निकायों में दल-बदल कानून नहीं होने के कारण चुने हुए जनप्रतिनिधियों ने अपनी मनमर्जी से वोटिंग की। प्रदेश की छह जिला परिषदों में क्रॉस वोटिंग के चलते जिला प्रमुख की जीत की तस्वीर ही बदल गई।

अजमेर: जिला परिषद के 32 वार्डों में 21 भाजपा व 11 वार्ड कांग्रेस के खाते में गए थे। भाजपा ने यहां महेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया, लेकिन बागी सुशील कंवर पलाड़ा ने निर्दलीय परचा भर दिया। भाजपा के 12 पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग कर निर्दलीय सुशील कंवर पलाड़ा को जिला प्रमुख बना दिया।

बूंदी: यहां पर 23 वार्ड में से 12 वार्ड पर भाजपा व 11 वार्ड कांग्रेस के खाते में गए थे। यहां भी भाजपा ने पुरुषोत्तम को जिला प्रमुख प्रत्याशी बनाया, लेकिन भाजपा की ही चंद्रावती ने निर्दलीय फार्म भर दिया। यहां पर चंद्रावती सहित भाजपा के दो सदस्यों ने क्रॉस वोटिंग की।

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