सिरसा: साध्वी से यौन शौषण व पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की पैरोल का विरोध करते हुए गुरुवार को नागरिक अधिकार मंच हरियाणा की सिरसा इकाई ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश एक पत्र को लिखा है और हाईकोर्ट से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। मंच की सिरसा इकाई के अध्यक्ष शिव राम ठाकुर ने सिरसा में आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी के नेता वोटों के लालच में डेरा प्रमुख को जेल से बाहर लाना चाहते हैं जबकि डेरा प्रमुख के बाहर आने से प्रदेश का माहौल खराब हो सकता है।
शिवराम ने कहा कि उन्होंने अपने पत्र में अनुरोध किया है कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट मामले में दखल दे और गुरमीत राम रहीम को पैरोल न दी जाए। शिवराम ने आश्चर्य जताया कि मुख्यमंत्री और मंत्री आज डेरा प्रमुख के आचरण को अच्छा बताकर जेल से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि सजा से पूर्व डेरा प्रमुख को पंचकूला सीबीआई अदालत में पेश करने के दौरान भड़की हिंसा में 38 लोगों की मौत हुई थी व करोड़ोंं की सरकारी व गैर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था।
उन्होंने कहा कि सरकार उस नुकसान को भूल गई है जबकि हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद भड़की हिंसा से हुए नुकसान की भरपाई मनोहर लाल खट्टर सरकार आज तक नहीं कर पाई है और उल्टा डेरा सच्चा सौदा में सत्संग व अन्य आयोजनों में लाखों लोगों के आगमन की अनुमति देकर डेरा सच्चा सौदा को अपरोक्ष सहायता कर रही है।