शिमला: हिमाचल प्रदेश में हल्के ठंड के बीच अंधाधुंध चली चुनावी रैलियों पर गुरुवार शाम पांच बजे विराम लग गई। कांग्रेस-बीजेपी के स्टार प्रचारकों ने 9 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एक दूसरे पर वार पलटवार किए। साथ ही कई वायदे किये जिसके आधार पर मतदाता वोट डालेंगे।
हिमाचल प्रदेश की 68 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए गुरुवार को मतदान किया जाएगा। मतों की गणना 18 दिसंबर को की जाएगी।
ओल्ड ऐज नेताओं को बनाया है सीएम चेहरा
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दो बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके 73 वर्षीय प्रेम कुमार धूमल का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए घोषित किया है। वह सुजानपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर एक बार फिर भरोसा जताया है। 83 वर्षीय वीरभद्र सिंह 6 बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं।
19 महिलाएं मैदान में
निर्वाचन आयोग के मुताबिक, चुनाव के लिए 338 उम्मीदवार मैदान में हैं जिसमें 19 महिलाएं शामिल हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि इस बार 112 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। मुख्य विपक्षी पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस, सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) 42 सीटों पर, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) 14 सीटों पर, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) तीन, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) दो-दो सीटों पर चुनाव लड़ रहीं हैं।
कुल 50.2 लाख मतदाताओं में से 25.68 लाख पुरुष और 24.57 लाख महिला मतदाता हैं, जो नौ नवंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। राज्य में 7,525 मतदान केंद्रों पर मत डाले जाएंगे।
चुनाव आयोग के मुताबिक, क्षेत्र के हिसाब से लाहौल एवं स्पीति सबसे बड़ा और मतदाताओं की संख्या के आधार पर सबसे छोटा निर्वाचन क्षेत्र है। धर्मशाला में अधिकतम 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जबकि झंडुता में सबसे कम, सिर्फ दो उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।