नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भाजपा की लोकसभा उम्मीदवार कंगना रनौत के खिलाफ टिप्पणी को लेकर चुनाव आयोग ने बड़ा कदम उठाया है। इस बाबत आयोग ने भाजपा सांसद दिलीप घोष और कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही आयोग ने दोनों नेताओं से इस नोटिस पर 29 मार्च 2024 शाम 5 बजे तक जवाब देने को भी कहा है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना की एक तस्वीर के साथ एक आपत्तिजनक पोस्ट साझा की थी। जब उनके पोस्ट को लेकर बवाल मचा तो कांग्रेस प्रवक्ता ने पोस्ट हटा ली और दावा किया कि उनके इंस्टा के अकाउंट पर कई लोगों का एक्सेस है। इसमें से किसी व्यक्ति ने घृणित और आपत्तिजनक पोस्ट किया था। हांलाकि भाजपा नेताओं ने उनकी पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर कर टीएमसी पर हमला बोला था।
वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद दिलीप घोष के एक वीडियो क्लिप में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मजाक उड़ाते हुए विवादित टिप्पणी की थी।
इसे लेकर टीएसमी कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेता को आड़े हाथों लिया था। इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोष को नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं दिलीप घोष ने भी मांफी मांग ली है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर की गई अपनी टिप्पणी के लिए बुधवार को माफी मांग ली। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी और अन्य लोगों को उनके शब्दों के चयन को लेकर आपत्ति है और अगर ऐसा है तो मुझे इसके लिए खेद है। गौरतलब है, तृणमूल कांग्रेस ने उनके बयान को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी।