नई दिल्ली: राज्यसभा में सोमवार को कांग्रेस के सदस्यों ने गुजरात स्टेट पेट्रोलियम निगम (जीएसपीसी) के संबंध में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट को लेकर भारी शोरगुल और हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 3 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। सदन की कार्यवाही शुरू होने और आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखे जाने के बाद उप सभापति पी.जे. कुरियन ने शून्यकाल की घोषणा की, जिसके साथ ही कांग्रेस के मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि जीएसपीसी के संबंध में कैग की एक रिपोर्ट आयी है जिसमें 30 हजार करोड़ रूपये का घोटाला होने का मामला प्रकाश में आया है। इसके बाद कांग्रेस के सदस्य सदन के बीच में आ गये और नारेबाजी करने लगे । कुरियन ने कांग्रेस सदस्यों से बार-बार शांत होने और नारे नहीं लगाने का अनुरोध किया लेकिन उनका हंगामा जारी रहा। इसी दौरान तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर राय ने कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर रिश्वत मामले पर रक्षा मंत्री को वक्तव्य देना चाहिये । उन्होंने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर खामोश क्यों है, इस मामले में रिश्वत लेने वाला गांधी, एपी और शशिकांत कौन हैं। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि गुजरात में कैग की रिपोर्ट की विधानसभा की लोक लेखा समिति जांच कर रही है। इस मामले पर यहां चर्चा नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सदस्य अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर रिश्वत मामले से लोगों का ध्यान हटाने के लिये सदन में हंगामा कर रहे हैं।
कुरियन ने सदस्यों से शांत होने का अनुरोध किया लेकिन जब वह अपनी सीट पर नहीं गये तो सदन की कार्यवाही 11.30 बजे तक के लिये स्थगित कर दी। दूसरी बार जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई वैसे ही कांग्रेस के सदस्य सदन के बीच में आ गये और प्रधानमंत्री जवाब दो तथा तीस हजार करोड रूपये का हिसाब दो के नारे लगे। उप सभापति ने कहा कि कांग्रेस सदस्यों के नोटिस पर सभापति विचार कर रहे हैं। नकवी ने कहा कि सुखेन्दु शेखर राय ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले मामले को उठाया है उस पर सदन में बुधवार को चर्चा की जायेगी और इस पर दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कह रही है कि इस कंपनी को काली सूची में डाल दिया था लेकिन उनका मानना है कि ऐसा नहीं किया गया था। इसके बाद भी कांग्रेस सदस्यों का हंगामा जारी रहा, जिसके कारण कुरियन ने सदन की कार्यवाही दूसरी बार 12.00 बजे तक के लिये स्थगित कर दी। तीसरी बार जब कार्यवाही शुरू हुई तो भी हंगामा जारी रहा, इस पर कार्यवाही और आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। फिर भी हंगामा न थमने पर सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। इस बीच राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने तृणमूल कांग्रेस सदस्य सुखेंदु शेखर राय के खिलाफ नियम 255 लागू करते हुए उन्हें पूरे दिन के लिए सदन से बाहर रहने को कहा। सदन की कार्यवाही फिर शुरू होने पर कांग्रेस के सांसद फिर से हंगामा करने लगे। उपसभापति के बार बार समझाने के बाद भी जब वे शांत नहीं हुए तो कार्यवाही तीन बजे तक स्थगित कर दी गई।