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नई दिल्ली: जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू के बीच श्रीनगर एनआईटी मुद्दे पर मंगलवार को 'ट्विटर जंग' शुरू हो गई। नायडू ने एनआईटी मुद्दे पर गंभीर चिंता जताई है, वहीं अब्दुल्ला ने उन पर व्यंग्य करते हुए कहा कि महबूबा मुफ्ती की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) गठबंधन सरकार ने तो कहा है कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री नायडू ने कहा, 'प्रभु चावला जी, एनआईटी श्रीनगर में जो भी हुआ वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है, मैं छद्म धर्मनिरपेक्षों को इस मामले में चुप्पी लगाने के लिए के लिए लानत भेजता हूं।' नायडू के इस ट्वीट के जवाब में उमर ने लिखा, 'जम्मू और कश्मीर में आपकी ही मुख्यमंत्री हैं और उन्होंने कहा है कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है, तो क्या इससे वह दोहरी छद्म धर्मनिरपेक्ष हो जाती हैं।' गौरतलब है कि राज्य में भाजपा और पीडीपी गठबंधन सरकार है तथा महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री हैं। नायडू और अब्दुल्ला के इस ट्विटर जंग पर लोगों ने मिली जुली प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

किसी ने ट्वीट कर कहा कि राज्य में तो भाजपा गठबंधन की ही सरकार है तब भी केंद्र सरकार चुप क्यों है। वहीं किसी ने कहा कि छद्म धर्मनिरपेक्षों की नहीं बल्कि छद्म राष्ट्रवादियों की खामोशी पर लानत है। किसी ने लिखा कि ये 282 वाले तो 44 के आगे झुक गए।

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