पठानकोट: पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकवादी हमले पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने छह आतंकवादियों को मार गिराने के लिए सुरक्षाबलों की तारीफ की। रक्षा मंत्री ने मंगलवार को कहा कि आतंकवादियों के पास मिले कुछ सामान पाकिस्तान में बने हुए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि सुरक्षा तैयारियों में कुछ खामियां दिखती हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि 40-50 किलो ग्रेनेड लेकर एयरबेस में दाखिल हुए थे आतंकवादी। उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा, ‘अंदर फिलहाल कोई संदिग्ध आतंकवादी नहीं है। मैं तलाशी अभियान के पूरा होने तक कोई नकारात्मक रिपोर्ट नहीं दूंगा। तलाशी अभियान कल पूरा हो सकता है।’ पर्रिकर ने कहा कि तलाशी अभियान सुरक्षा मकसद से किया गया क्योंकि वहां गोला-बारूद के अलावा जिंदा बम हैं। उन्होंने कहा, ‘शायद वे उच्च गुणवत्ता वाले विस्फोटक लेकर आए थे।’ रक्षा मंत्री ने कहा कि आतंकवादियों के पास एके 47, अंडर ग्रेनेड बैरेल लांचर, स्विस एवं कमांडो चाकू, 40-50 किलोग्राम गोलियां, 3-4 दर्जन और मोर्टार थे। पर्रिकर ने ऐलान किया कि हमले के दौरान जिन सात सुरक्षाकर्मियों ने अपने प्राण न्यौछावर किए उनको शहीद का दर्जा दिया जाएगा जिससे वे युद्ध जैसे हालात में जान गंवाने की स्थिति में मिलने वाले फायदे पाने के हकदार होंगे।
सवालों के जवाब में पर्रिकर ने कहा, ‘मैं कुछ कमियां देखता हूं। परंतु मुझे नहीं लगता कि सुरक्षा से कोई समझौता हुआ है। एक बार जांच पूरी होने के बाद चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।’ इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा के हर विवरण के बारे में चर्चा नहीं की जा सकती और जांच होने के बाद चीजें स्पष्ट हो जाएंगी। पर्रिकर ने कहा कि उन्हें इसको लेकर चिंता है कि आतंकवादी कैसे वायुसेना अड्डे के भीतर घुस गए जिसकी परिधि 24 किलोमीटर है और जो करीब 2,000 एकड़ में फैला है। हमले के पाकिस्तानी संबंध के बारे में पूछे जाने पर पर्रिकर ने कहा कि ऐसे संकेत मिले हैं कि आतंकवादियों ने कुछ ऐसी सामाग्री का इस्तेमाल किया जो पाकिस्तान में निर्मित थी। उन्होंने कहा कि गरूड़ कमांडो को छोड़कर कोई भी प्रत्यक्ष अभियान में नहीं मारा गया।