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काबुल: एक आत्मघाती बम हमलावर ने अदालत के कर्मचारियों को ले जा रही एक मिनीबस को आज सुबह के व्यस्ततम समय पर निशाना बनाया जिसमें 11 लोग मारे गए। तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।गृहमंत्रालय के उप प्रवक्ता नजीब दानिश ने कहा कि पैदल आए बम हमलावर ने शहर के पश्चिमी हिस्से में इस वाहन के पास जाकर अपने शरीर पर बंधे विस्फोटकों में विस्फोट कर दिया। यह हमला ऐसे समय पर हुआ है, जब तालिबान ने पाकिस्तान में शनिवार को अमेरिकी ड्रोन हमले में मुल्ला अख्तर मंसूर की मौत के बाद अपने नए नेता को चुन लिया है।दानिश ने कहा कि आज के हमले में हताहत लोगों में अदालत के कर्मचारी और आम नागरिक शामिल हैं। विस्फोट में चार लोग घायल भी हो गए। उन्होंने कहा कि मिनीबस पड़ोसी मैदान वारदक प्रांत के न्याय विभाग की थी और जिस समय इसपर हमला हुआ, यह कर्मचारियों को ले जा रही थी।इस हमले के एक घंटे के भीतर तालिबान ने इस बम हमले की जिम्मेदारी ले ली। सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई में तालिबान अक्सर सरकारी कर्मचारियों को अपना निशाना बनाता रहा है।

काबुल: अफगान तालिबान ने आज पुष्टि की कि उसका पूर्व नेता मुल्ला अख्तर मंसूर पिछले सप्ताह एक अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया और आतंकवादी समूह ने अपने नए नेता की नियुक्ति कर ली है। आतंकवादी समूह ने मीडिया में जारी बयान में कहा कि उसका नया नेता मुल्ला हैबतुल्ला अखुंदजादा है और वह मंसूर के दो सहायकों में से एक है। उसने बयान में कहा कि अखुंदजादा को तालिबान नेताओं की एक बैठक में गुट का प्रमुख चुना गया। माना जा रहा है कि यह बैठक पाकिस्तान में हुई। मंसूर शनिवार को उस समय पाकिस्तान में मारा गया था जब एक अमेरिकी ड्रोन ने उसके वाहन को निशाना बनाया था। ऐसा माना जा रहा है कि पहली बार कोई तालिबानी नेता पाकिस्तानी सीमा क्षेत्र में इस तरह से मारा गया है। यह माना जाता है कि पाकिस्तानी अधिकारी अफगान सीमावर्ती शहरों में तालिबान के नेताओं को समर्थन देते हैं।

ओलंपिया: किसी बड़े विरोध का सामना किए बिना डोनाल्ड ट्रंप ने आज वाशिंगटन राज्य का प्राइमरी चुनाव जीत लिया और अब वह राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी का नामांकन हासिल करने से महज एक कदम दूर हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति पद का चुनाव नवंबर में होगा जिसमें ट्रंप का मुकाबला डेमोक्रेटिक पार्टी की हिलेरी क्लिंटन से होने की संभावना है। वॉशिंगटन राज्य में ट्रंप को 76.2 प्रतिशत मत मिले हैं और इसके साथ ही राष्ट्रपति पद के चुनाव में अपनी पार्टी की ओर से उम्मीदवारी हासिल करने के लिए उन्हें अब सिर्फ 10 से कम प्रतिनिधि यानी डेलीगेट्स चाहिए। सीएनएन के आंकड़ों के मुताबिक इस जीत में वाशिंगटन के डेलीगेट्स में से कम से कम 40 डेलीगेट हासिल करने का मतलब यह है कि 69 वर्षीय ट्रंप के पास अब 1,229 डेलीगेट का समर्थन है। जीओपी का नामांकन हासिल करने के लिए अब उन्हें महज आठ डेलीगेट और चाहिए जिसके साथ वह उम्मीदवारी के लिए आवश्यक 1,237 डेलीगेट की जादुई संख्या पर पहुंच जाएंगे। अभी वाशिंगटन के चार डेलीगेट के बारे में और फैसला होना है।

हनोई: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मंगलवार को दक्षिण चीन सागर में भूभागीय विवादों का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान करने का आह्वान किया। गौरतलब है कि ओबामा इन दिनों वियतनाम के दौरे पर हैं और वियतनाम विवादित दक्षिण चीन सागर में चीनी गतिविधियों का विरोध करता रहा है। हनोई में ओबामा ने विवादित नौवहन क्षेत्र का संदर्भ देते हुए कहा ‘बड़े देशों को चाहिए कि वह छोटे देशों को न धमकाएं और विवादों का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान करना चाहिए।’ ओबामा की टिप्पणियों पर वहां मौजूद शीर्ष वियतनामी नेताओं सहित 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने तालियां बजाईं। दक्षिण चीन सागर में बीजिंग की बढ़ती गतिविधियों पर वाशिंगटन और हनोई ने परस्पर चिंता जताई है। चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है और वहां के पथरीले हिस्सों तथा टापुओं पर हवाई पट्टियों सहित अन्य निर्माण परियोजनाओं और भूमि सुधार गतिविधियों से उसने पड़ोसियों को नाराज कर रखा है। वियतनाम तथा चार अन्य देशों ने भी दक्षिण चीन सागर के विभिन्न हिस्सों पर अपना दावा किया है।

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