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इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने गुरुवार को आरोप लगाया कि भारत पारंपरिक, परमाणु और मिसाइल विकास कार्यक्रम को अंजाम दे रहा है जिससे हिंद महासागर में परमाणु अस्त्र की होड़ बढ़ सकती है और क्षेत्र में शक्ति संतुलन बिगड़ सकता है। 15 मई को भारत के बैलिस्टिक मिसाइल प्रतिरक्षा प्रणाली के सफल परीक्षण पर प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि इस हवाई रक्षा प्रणाली के अलावा भारत ने परमाणु संपन्न पनडुब्बी स्थित के4 बैलिस्टिक मिसाइल का भी परीक्षण किया। संसद के उपरी सदन सीनेट में बयान में अजीज ने आरोप लगाया, 'साथ ही अपने दूसरे हमलावर परमाणु क्षमता के तहत परमाणु चालित बड़ी पनडुब्बियां भी बनायी जा रही हैं। ये दो घटनाक्रम व्यापक पारंपरिक परमाणु और मिसाइल विकास कार्यक्रम भारत अंजाम दे रहा है जो कि हिंद महासागर में परमाणु हथियारों को बढ़ाएगा।' साथ ही उसने कहा कि पाकिस्तान अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा। अजीज ने कहा कि भारत द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा तंत्र और परमाणु चालिक पनडुब्बियों का विकास दक्षिण एशिया में सामरिक संतुलन को बिगाड़ेगा और हिंद महासागर के आसपास स्थित 32 देशों की समुद्री सुरक्षा पर असर पड़ेगा।

इन मिसाइल रक्षा तंत्रों की प्रभावशीलता पर सवाल उठाते हुए अजीज ने कहा कि एंटी बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम का विकास भारत को सुरक्षा का फर्जी बोध देगा जिससे जटिलताएं बढ़ेंगी।

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