लखनऊ: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लखनऊ जोन कार्यालय ने नोएडा के पूर्व मुख्य अभियंता यादव सिंह और उनके परिवार की 89 लाख की संपत्तियों को जब्त कर लिया है। इस तरह ईडी अब तक यादव सिंह व उनके सहयोगियों की 21.5 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां जब्त कर चुका है। यह कार्रवाई प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत की गई है। जब्त की गई संपत्तियों में एक आवासीय, एक व्यावसायिक व एक कृषि भूमि है। इसके अलावा बैंक में जमा धन को भी जब्त किया गया है। पीएमएलए के तहत ईडी ने यह कार्रवाई सीबीआई की ओर से 30 जुलाई 2015 को यादव सिंह और उसके सहयोगियों के विरुद्ध दर्ज की गई एफआईआर को आधार बनाकर शुरू की थी।
सीबीआई ने यादव सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी कोर्ट में आरोप पत्र भी दाखिल किया था। इसमें एक अप्रैल 2004 से 4 अगस्त 2015 के बीच उनकी संपत्ति घोषित आय से 512.66 प्रतिशत अधिक पाई गई थी। इस तरह 4,51,64,232 रुपये आय के विपरीत उनके पास 23,15,41,514 रुपये की चल-अचल संपत्ति पाई गई थी।
ईडी के अनुसार उनकी यह अवैध कमाई ट्रस्ट में लिए गए डोनेशन से भी थी, जो यादव सिंह के नियंत्रण में थे। इसी तरह उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर भी धन एकत्र किया गया था। इस तरह की अवैध कमाई से दिल्ली व नोएडा में आवासीय व व्यावसायिक संपत्तियां बनाई गईं। साथ ही बैंक बैलेंस भी बढ़ा। ईडी की जांच के बाद ऐसी ही 89 लाख कीमत की संपत्तियों को जब्त किया गया है।
इससे पहले ईडी ने वर्ष 2017 व 2018 में यादव सिंह, उनके परिवार और उनके नियंत्रण में संचालित कंपनियों व ट्रस्ट की 20.5 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया था। इस तरह ईडी का लखनऊ जोन कार्यालय अब तक 21.5 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त कर चुका है। पीएमएलए के तहत ईडी यादव सिंह और उनके सहयोगियों के विरुद्ध कोर्ट में आरोप पत्र भी दायर कर चुका है।