लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर हलचल तेज हो गई है। बुधवार को विश्व हिंदू परिषद की देखरेख में मंदिर निर्माण के लिए तीन ट्रक लाल पत्थर पहुंचा। इन ट्रकों में सवा दो सौ टन पत्थऱ हैं, जिन्हें राम सेवक पुरम में रखा गया है। योगी राज में ये दूसरा मौका है, जब पत्थरों की खेप अयोध्या पहुंची हैं। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता प्रकाश कुमार गुप्ता ने बताया कि ये लाल पत्थर राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए यहां लाया गया है। उन्होंने बताया कि अखिलेश सरकार में कड़े नियमों की वजह से पत्थर लाना मुश्किल हो गया था, लेकिन अब शिलाओं के पहुंचने की रफ्तार तेज हुई है। विश्व हिंदू परिषद के मीडिया एडवाइजर शरद शर्मा ने बताया कि "राम मंदिर के निर्माण के लिए, पत्थर के बड़े ब्लॉक लाए गए हैं। उत्तर प्रदेश में पूर्व सरकार (अखिलेश यादव सरकार) ने मौखिक रूप से प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन वर्तमान सरकार (योगी आदित्यनाथ सरकार) ने ऐसा कुछ नहीं किया है।" पत्थर रामसेवक पुरम में रखा गया है, रामसेवक पुरम विहिप द्वारा स्थापित राम मंदिर निर्माण के लिए भंडार गृह का काम कर रही है। मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों की नक्काशी विहिप, 'राम जन्मभूमि न्यास' और संतों के संगठन के पर्यवेक्षण के तहत की जा रही है।
सीतापुर स्थित नारदानन्द आश्रम के प्रमुख स्वामी विद्या चैतन्य महाराज ने बताया कि यूपी तथा आसपास के राज्यों के विभिन्न अखाड़ों के संत आश्रम में एकत्र होंगे और अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के रास्तों के बारे में विचार-विमर्श करेंगे। उन्होंने बताया कि गुर पूर्णिमा आगामी नौ जुलाई को है। इसी दिन से हम राम मंदिर निर्माण के लिये ना सिर्फ संतों का बल्कि आम लोगों का भी सहयोग जुटाने के लिए अभियान की शुरआत करेंगे। स्वामी चैतन्य ने गत 27 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हुई अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा था "हमें विश्वास है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण वर्ष 2019 से काफी पहले शुरू हो जाएगा।" उन्होंने कहा कि नारदानन्द आश्रम में गुरु पूर्णिमा की रस्में पूरी करने के बाद वह राम मंदिर निर्माण के समर्थन जुटाने के लिए मकसद से एक विशेष रथ से प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश तथा उत्तराखंड के विभिन्न आश्रमों का दौरा करेंगे। स्वामी चैतन्य ने कहा कि करीब डेढ़ महीने तक दौरा करने के बाद वह आश्रम लौटेंगे और मंदिर निर्माण का अंतिम खाका तैयार किया जाएगा।