लखनऊ: समाजवादी पार्टी में जारी संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा है। चुनाव में मिली करारी हार के बाद यह झगड़ा और भी बढ़ता जा रहा है। अभी तक सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कोई बयान नहीं दिया था। लेकिन आज (शनिवार) उनकी ओर से बड़ा बयान आया है। उन्होंने अखिलेश के खिलाफ बयान दिया है। एक पिता का दर्द फिर से झलकता हुआ दिख रहा है। उन्होंने कहा, जो अपने पिता का नहीं हो सका वो किसी और का कैसे हो सकता है। उन्होंने अखिलेश यादव के लिए कहा, 'मैंने अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाया। किसी पिता ने अपने रहते हुए बेटे के लिए पद का त्याग नहीं किया है। अखिलेश ने बदले में क्या किया? इतना अपमान मेरा कभी नहीं हुआ। मैनपुरी में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कन्नौज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण सही था कि जो बाप का नहीं हुआ वो जनता का कैसे होगा? उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि मेरे खिलाफ साजिश की गई है।अखिलेश-रामगोपाल ने ये साजिश की थी। इस दौरान वे मैनपुरी से चुनाव लड़ने का संदेश भी दे गए। उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन इंतजार करेंगे। समर्थकों से बात कर करेंगे और उसके बाद कोई फैसला करेंगे। दरअसल, चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के अंदर दरार दिखाई दे रही थी। अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के बीच काफी अनबन चल रही थी, लेकिन बावजूद इसके अखिलेश यादव ने कांग्रेस से गठबंधन किया।
चुनाव में करारी हार के बाद फिर से ऐसी बयानबाजी और अनबन की खबरें सामने आने लगी है। हालांकि पार्टी की कमान अखिलेश के हाथ में ही है और वे विधायक दल के नेता भी हैं। लेकिन पिछले दिनों अखिलेश ने विधायकों के लिए बुलाई गई डिनर पार्टी कैंसल कर दी थी। वरिष्ठ नेता कहते हैं कि कुछ विधायक हैं जो इस बैठक से दूर रहना चाहते थे, इसलिए इसे रद्द करना पड़ा था।