लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अवैध बूचड़खानों पर चल रही कार्रवाई के मुद्दे पर गुरुवार शाम मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से मीट कारोबारियों ने मुलाकात की। सीएम आवास पर चली इस बैठक में प्रदेश के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी शामिल हुए। बैठक के बाद सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने अफसरों को आदेश दिए हैं कि वे जाति या धर्म देखकर कार्रवाई न करें। उन्होंने आगे कहा कि ये सरकार पूर्वाग्रह से काम नहीं कर रही है। सिद्धार्थनाथ सिंह ने आगे कहा कि मीटिंग में मौजूद सभी मीट कारोबारियों ने सीएम योगी समर्थन किया। इसके अलावा कहा कि भारतीय नागरिक के तौर पर सभी की जिम्मेदारी है कि कुछ भी अवैध न होने दिया जाए। सिद्धार्थनाथ सिंह ने आगे कहा कि मीट कारोबारी एनजीटी के आदेश का पालन करें। वहीं, मीट कारोबारी सिराजुद्दीन कुरैशी सीएम से मिलने के बाद मीडिया से कहा कि मीट कारोबारी काम पर लौटेंगे। हड़ताल पर जाने के बाद कई मीट कारोबारियों ने दूसरे धंधे शुरू कर दिए हैं। कुछ कारोबारियों ने चाय बेचना भी शुरू कर दिया है। मुजफ्फरनगर के रहने वाले नजाकत बताते हैं कि उनके पास बूचड़खाने का लाइसेंस था, इसके बावजूद प्रशासन ने जबरदस्ती बंद करा दिया।
इसके अलावा कई मीट कारोबारियों ने चाय बेचना शुरू कर दिया है।