ताज़ा खबरें
विपक्षी दलो ने भारतीयों के निर्वासन के अमेरिकी तरीके पर उठाए सवाल
पीएम मोदी बोले- कांग्रेस सरकार की नाकामी पर हिंदुओं ने गाली सुनी
भारतीयों के साथ अमेरिकी व्यवहार पर संसद में हंगामा, लोकसभा स्थगित
अमेरिका ने भारतीयों को किया डिपोर्ट - हथकड़ी लगा संसद पहुंचा विपक्ष
जनगणना में विलंब से सामाजिक 'नीतियों-कार्यक्रमों' को नुकसान: कांग्रेस

रामपुर: उत्तरप्रदेश पुलिस के एंटी रोमियो अभियान के दौरान एक युवक और उसकी रिश्ते की बहन का कथित तौर पर उत्पीड़न करने और उनसे रिश्वत लेने के आरोप में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। पुलिसकर्मियों ने दोनों से कथित रूप से रिश्वत भी ली थी। 26 मार्च को सब इंस्पेक्टर संजीव गिरी और कांस्टेबल विमल ने चचेरे भाई बहन को हिरासत में ले लिया था। पुलिस अधीक्षक केके चौधरी ने बताया​ कि दोनों की उम्र तकरीबन 18 साल है और जिस समय उन्हें हिरासत में लिया गया, वे हशमतगंज गांव दवाएं खरीदने गए थे। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों बताया कि उन्होंने दोनों भाई बहनों को एंटी रोमियो अभियान के तहत पकड़ा था और पुलिस थाने में तकरीबन पांच घंटे बिठाए भी रखा। पुलिस अधीक्षक ने आगे कहा कि दोनों पुलिसकर्मियों ने भाई बहन के परिवार के कहने पर भी छोड़ने से इनकार कर दिया था। उनके परिजनों ने पुलिसकर्मियों को सबूत दिए थे कि हिरासत में लिए गए लड़का—लड़की कपल नहीं हैं। वहीं, पुलिस पर कथित रूप से पांच हजार रुपये की घूस लेने का भी आरोप है। हिरासत में लिए गए भाई बहनों के परिजनों ने इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी की थी। बाद में परिजनों द्वारा स्थानीय विधायक और मंत्री बलदेव सिंह औलख से संपर्क किया गया और बलदेव ने घटना की पूरी जानकारी एसपी को दी, जिसके बाद भाई बहन छूट सके।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि वीडियो को देखने के बाद सोमवार को सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद प्रदेशभर में महिलाओं व युवतियों को छेड़छाड़ से बचाने के लिए एंटी रोमियो अभियान चलाया जा रहा है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख