लखनऊ: शपथ लेने के बाद उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में आदित्यनाथ योगी ने कार्यभार संभाल लिया। उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कानून व्यवस्था के साथ कोई खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा, हम बगैर किसी भेदभाव के समाज के सभी वर्गों के लिए काम करेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने अपने मंत्रियों को भी हिदायत दी की अनाप-शनाप और जनभावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले बयान न दें। सीएम ने अपने मंत्रियों को 15 दिन में संपत्ति की घोषणा करने का भी निर्देश दिया। सीएम ने कहा, समाज के गरीब, दलित और पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए विशेष काम किए जाएंगे। उन्होंने कहा, महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण और उनके सम्मान के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने पिछली सरकारों पर हमला बोला और कहा, जो खामियाजा हुआ है उसकी क्षतिपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा, यूपी में परिवर्तन लाने के लिए जनादेश मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा, जनकल्याण पत्र के सभी संकल्पों को पूरा किया जाएगा। योगी ने कहा, आज की मुलाकात सिर्फ धन्यवाद देने के लिए है। हम पर विश्वास कीजिए और हमें काम करने दीजिए। प्रेस कांफ्रेंस के लिए तैयार मंच को भगवा लुक देकर तैयार किया गया था। इसके पहले लखनऊ के कांशीराम स्मृति उपवन में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी में सीएम पद की शपथ ली। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उत्तर प्रदेश के लिए आज का दिन ऐतिहासिक दिन है।
विधानसभा चुनाव में भाजपा को आपार सफलता मिली है। सरकार के रूप में भाजपा का शपथ-ग्रहण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ है और भाजपा को भारी समर्थन देने के लिए जनता का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि दीनदयाल जी के सपने को साकार करने के लिए हमारी सरकार पूरी तरह समर्पित है। राज्य सरकार यूपी के विकास और शांति के रास्ते पर लाने के लिए जो भी कदम उठाने की जरूरत होगी वो कदम उठाएगी। हम बीजेपी के लोक कल्याण पत्र को पूरा करने के लिए कृत्य संकल्प है। विकास और सुशासन के साथ सबका साथ और सबका विकास के लक्ष्य को पूरा करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने शपथ ग्रहण के बाद पहली कैबिनेट बैठक में अपने कैबिनेट सहयोगियों को निर्देश दिया कि वे 15 दिन के भीतर अपनी आय और चल-अचल संपत्ति का पूरा ब्यौरा पार्टी एवं सरकार को उपलब्ध कराएं। योगी ने अपनी कैबिनेट की पहली बैठक की, जिसमें सदस्यों ने एक दूसरे को परिचय दिया। बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा और सिद्धार्थनाथ सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भ्रष्टाचार को समाप्त करने के संकल्प के तहत मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को अपनी आय और चल अचल संपत्ति का ब्यौरा उपलब्ध कराने को कहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया, ‘सभी मंत्रियों को आय, चल-अचल संपत्ति का पूरा ब्यौरा 15 दिन में संगठन को और मुख्यमंत्री के सचिव को देना है।’ दोनों मंत्रियों ने बताया कि नए विधायकों के प्रशिक्षण के लिए कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना के नेतृत्व में एक कमेटी बनेगी, जिसमें प्रयास होगा कि सभी विधायकों की भलीभांति ट्रेनिंग हो। ‘केंद्र के भी कुछ बड़े नेता आ सकते हैं। वे कक्षाएं लेंगे।’ उन्होंने बताया कि एक और कमेटी बनाने का फैसला किया गया है, जो देखेगी कि 325 विधायकों के साथ मंत्रिपरिषद के लोग किस प्रकार संपर्क में रहें और उनके क्षेत्र में जाकर किस तरह संपर्क रख सकें। संगठन और सरकार के तालमेल पर भी चर्चा की गई।