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लखनऊ: विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में वोटरों ने पिछले दो चरणों की निराशा को दूर करते हुए 61.38 प्रतिशत वोटिंग की। अंतिम चरण में शामिल सातों जिलों में 2012 में 57.92 प्रतिशत ही मतदान हुआ था। इस साल भी पिछले दो चरणों के चुनाव में 57 से 58 प्रतिशत के बीच ही वोटिंग हुई। बनारस समेत सभी सात जिलों में शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव खत्म होने पर पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है। ईवीएम और वोटर लिस्ट में गड़बडि़यों की शिकायतें जरूर सुनाई पड़ीं। सोनभद्र और चंदौली के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के तीन विधानसभा सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच शाम चार बजे तक ही मतदान हुआ। देर रात तक सभी जिलों में ईवीएम जमा करने के लिए कर्मचारियों का रेला स्ट्रांग रूमों पर लगा रहा। मतदान को लेकर लोगों में सुबह से उत्साह दिखा। शहर की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाता अधिक उत्साहित रहे। कानपुर के सांसद डॉ मुरलीमनोहर जोशी ने बुधवार को बनारस के शहर उत्तरी विधानसभा क्षेत्र में अर्दली बाजार स्थित मतदान केन्द्र पर वोट दिया। केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा और डॉ महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने गाजीपुर स्थित अपने पैतृक गांवों में मताधिकार का प्रयोग किया। केंद्रीय मंत्री और मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने सेंटमेरी स्कूल में बनने केंद्र पर वोट डाला। काशीवासियों ने पिछला सभी रिकार्ड तोड़ते हुए 63.63 प्रतिशत वोट डाले। नोकझोंक व मारपीट की छिटपुट घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो बनारस में शांतिपूर्ण मतदान रहा।

सबसे अधिक मतदान अजगरा विधानसभा सीट पर 68.35 प्रतिशत एवं सबसे कम कैंटोमेंट विधानसभा क्षेत्र में 58.14 प्रतिशत रहा। सोनभद्र के सभी चार विधानसभा क्षेत्रों में जबरदस्त उत्साह दिखा। आदिवासी क्षेत्रों में तो वोटर सुबह से ही लाइन में लग गए। गाजीपुर की सातों सीटों पर हल्की झड़प के बीच लोगों ने वोट डाले। एक दर्जन से ज्यादा बूथों पर ईवीएम खराब होने से 15 मिनट देरी से वोटिंग शुरू हुई। मिर्जापुर में सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था रही। अर्धसैनिक बलों के मतदान केंद्रों पर जमे रहने से कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। पीने के पानी की समस्या को लेकर छानबे सुरक्षित विस के लहुरिया दह और चुनार विस के जमुड़ी में लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया। लहुरियादह में दोपहर में दो बजे से मतदान हुआ। जबकि जमुड़ी में शाम पांच बजे तक मात्र तीन वोट पड़े थे। जौनपुर में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक स्थानों पर ईवीएम शुरू नहीं हो सकीं, इससे मतदान बाधित रहा। चंदौली में छिटपुट घटनाओं के साथ शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न हो गया। कुछ बूथों पर हल्की झड़प व ईवीएम में गड़बड़ी की वजह से फजीहत हुई। एक घंटा कम मतदान के बाद भी नक्सल प्रभावित चकिया में सबसे ज्यादा 66.16 प्रतिशत वोट पड़ा। मुगलसराय और चकिया में दो बुजुर्गों की हृदयघात से मौत हो गई। भदोही में हल्की-फुल्की नोकझोंक को छोड़कर चुनाव शांतिपूर्ण रहा। औराई विधानसभा के निजामपुर के ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया। एसडीएम, जोनल मजिस्ट्रेट के समझाने पर भी ग्रामीण नहीं मानें। चंदौली में मुगलसराय विधानसभा सीट के जिला पंचायत बालिका इंटर कॉलेज के बूथ पर वोट देने पहुंची एक महिला मतदाता की मौत हो गई। सदर कोतवाली क्षेत्र के नगर पंचायत के वार्ड नंबर 12 राजीव नगर में रहने वाली 60 वर्षीय नुरेश बेगम परिवार की महिलाओं के साथ जिला पंचायत बालिका इंटर कॉलेज की बूथ संख्या 357 पर सुबह दस बजे वोट देने पहुंची थी। बूथ से करीब 200 मीटर दूर एजेंट कैंप पर वह पर्ची बनवा रही थी। इसी बीच अचानक सीने में तेज दर्द होने लगी। कुछ क्षणें के बाद महिला जमीन पर गिर गई और उसकी सांसें थम गईं। जमनिया थाना क्षेत्र के सैयदराजा मार्ग पर बिहार बार्डर के पास मंगलवार की देर शाम दो बसों में सवार बिहार के 70 वोटर पकड़े गए। सभी पकड़े गए युवक बीएचयू के छात्र हैं। युवकों से पुलिस लाइन में पूछताछ हो रही है। डीएम ने भी माना कि ये युवक जमानियां विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न बूथों पर मतदान करने के लिए आए थे। जमनिया के ही एक ईंट भट्टे से भी कुछ बिहारी मतदाताओं को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें भी पुलिस लाइन भेजा गया है। चंदौली जिले के चकिया विधानसभा क्षेत्र में शादी के दूसरे दिन दुल्हन की विदाई करा घर पहुंचने के बाद दूल्हा सीधे वोट देने बूथ पर पहुंच गया। चकिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर 11 शक्ति नगर निवासी अनिरुद्ध जायसवाल के बेटे इंजीनियर अभिनव जायसवाल की शादी शहाबगंज की खुशबू जायसवाल के साथ मंगलवार को हुई। बुधवार सुबह दुल्हन की विदाई करा अभिनव व परिजन घर पहुंचे। घर पर पूजापाठ का आयोजन था। पूजापाठ में शामिल होने के बजाय अभिनव ने पहले वोट देने का निर्णय लिया और सीधे आदित्यनारायण इंटर कॉलेज के बूथ संख्या 241 पर पहुंच गया। इसकी क्षेत्र में काफी चर्चा रही। आखिरी चरण के चुनाव में सपा सरकार के पांच मंत्रियों की किस्मत भी दांव पर है। इसमें तीन तो जौनपुर से ही हैं। लोक निर्माण व सिंचाई राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल वाराणसी की सेवापुरी, ग्रामीण अभियंत्रण सेवा मंत्री पारसनाथ यादव जौनपुर की मल्हनी, नियोजन एवं ऊर्जा राज्यमंत्री शैलेंद्र यादव ललई जौनपुर की शाहगंज, बाल विकास पुष्टाहार व बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री कैलाश चौरसिया मिर्जापुर नगर और भूमि विकास, जल संसाधन राज्य मंत्री जगदीश सोनकर मछलीशहर की जौनपुर सीट से मैदान में हैं। वाराणसी की रोहनिया सीट से अपना दल की अध्यक्ष कृष्णा पटेल, वाराणसी दक्षिण सीट से पूर्व सांसद व कांग्रेस के उम्मीदवार डा.राजेश मिश्र, वाराणसी की ही पिण्डरा सीट से कांग्रेस के मौजूदा विधायक अजय राय, वाराणसी कैंट से पूर्व मंत्री हरीशचंद्र श्रीवास्तव के बेटे सौरभ श्रीवास्तव, जौनपुर सदर सीट पर कांग्रेस के नदीम जावेद, गाजीपुर की मोहम्मदाबाद सीट पर बसपा के सिबगतुल्लाह अंसारी, यहीं से स्व.कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय, गाजीपुर की जमानियां से पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह, जहूराबाद से भासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, चुनार से पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह के बेटे अनुराग सिंह आदि।

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