बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने मंगलवार को कहा कि राज्य में जदएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार के पहले चरण के मंत्रिमंडल विस्तार में जदएस के कम से कम नौ विधायकों को शामिल किया जायेगा। कुमारस्वामी ने मंत्रिमंडल के पहले चरण के विस्तार के बारे में पूछे जाने पर यहां कहा, मंत्रिमंडल विस्तार के पहले चरण में जदएस के आठ से नौ विधायकों को शामिल किया जायेगा। दो से तीन स्थान रिक्त होंगे। उन्होंने मंत्रिमंडल में सीटों और विभागों के आवंटन को लेकर जदएस विधायकों के बीच किसी भी तरह के मतभेदों को भी खारिज किया और कहा कि पार्टी अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा को अगले चरण के मंत्रिमंडल विस्तार के लिए पूरी आजादी दी गयी है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मंत्रिमंडल में सीटों और विभागों के बंटवारे को लेकर हमारे विधायकों के बीच कोई मतभेद नहीं है। दरअसल उन्होंने भावी मंत्रिमंडल का चयन करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष को पूरी आजादी दे दी है। कुमारास्वामी ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी विधायकों को सुशासन कायम करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, मंगलवार को हमारी विधायकों से बैठक हुई। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी विधायकों को सलाह दी है कि वह राज्य के विकास और सुशासन देने के लिए मंत्रिमंडल के साथ सहयोग करें।
गौरतलब है कि एक जून को गठबंधन समझौते के अनुसार कांग्रेस के पास मंत्रिमंडल में 22 और जदएस के पास 12 सीटों की हैं। कांग्रेस को गृह, सिंचाई, स्वास्थ्य, कृषि और महिला बाल कल्याण विभाग मिले हैं, जबकि जदएस को वित्त एवं आबकारी, लोक निर्माण विभाग, शिक्षा, पर्यटन और परिवहन मंत्रालय दिये गये हैं। दोनों दल गठबंधन के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए समन्वय और निगरानी समिति गठित करने पर भी सहमत हुए। समिति का नेतृत्व वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया करेंगे, जबकि जदएस के दानिश अली इसके संयोजक होंगे।
इस बीच, बुधवार को होनेवाले मंत्रिमंडल विस्तार के मद्देनजर राज्य के कांग्रेस नेता मंत्रियों की सूची और विभागों के आवंटन पर पार्टी आलाकमान के साथ चर्चा करने के लिए नयी दिल्ली जा सकते हैं।