बेंगलुरु: कश्मीर मुद्दे को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि हम देश की एकता और अखंडता से कोई समझौता नहीं करेंगे और कभी करने भी नहीं देंगे।
कर्नाटक के बेंगलुरु में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कश्मीर की आजादी की मांग कर रहे अलगाववादियों की भाषा बोल रहे हैं। ऐसा करना हमारे बहादुर जवानों का अपमान है। पी. चिदंबरम का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि कांग्रेस उस भाषा का इस्तेमाल कर रही है जिसे पाकिस्तान में बोला जाता है।
उन्होंने कहा कि जो कल तक सत्ता में थे, उन्होंने आज यूटर्न ले लिया है। वे कश्मीर की आजादी की बात करने लगे हैं। इससे पता चलता है कि कांग्रेस सैनिकों की शहादत और सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में क्या सोचती है।
पी चिदंबरम ने दिया जवाब
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कश्मीर मुद्दे पर दिए गए अपने बयान की आलोचना करने के बारे में जवाब देते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर पर दिए गए मेरे बयान को पूरा पढा ही नहीं और आलोचना करने लगे।
दरअसल वो हवा में तीर चला रहे हैं। पहले उन्हें मेरा पूरा बयान पढ़ना चाहिए और फिर बताना चाहिए कि मैंने ऐसा कौन सा गलत जवाब दिया है।'
हम ऐसा नहीं होने देंगे
मोदी ने कहा कि देश को कांग्रेस से कोई उम्मीद नहीं रह गई है। देश को एकजुट रखने में सरदार पटेल के कदमों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर के लिए हजारों जवानों ने अपनी शहादत दी है। ये जवान मातृभूमि की रक्षा और कश्मीर के मासूम लोगों की सुरक्षा के लिए कुर्बान हुए हैं।
उन्होंने पूछा कि जवानों की कुर्बानी पर राजनीति करने वाले ऐसे लोगों से देश का कोई भला होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा देश की एकता और अखंडता से कभी कोई समझौता नहीं करेगी और न ही कभी इसकी अनुमति देगी।
चिदंबरम ने कश्मीर में स्वायत्तता की वकालत की थी
वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने शनिवार को राजकोट में कहा था कि जब कश्मीर के लोग आजादी के बारे में बात करते हैं तो वास्तव में उनकी चाहत स्वायत्तता की होती है। उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में अनुच्छेद 370 का अक्षरश: सम्मान करने की मांग की जाती है। इसका मतलब है कि वे अधिक स्वायत्तता चाहते हैं।
इससे पहले जुलाई 2016 में भी उन्होंने कश्मीर को अधिक स्वायत्तता देने की वकालत की थी। मोदी ने उजिरे में एक रैली में विकास निधि में भ्रष्टाचार को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह कौन सा हाथ था, जो प्रत्येक रुपये को लाभार्थी तक पहुंचने से पहले 15 पैसे में बदल देता था। उन्होंने कहा कि अब पूरा रुपया लाभार्थी तक पहुंच रहा है।
डिजिटल मुद्रा के युग में पीछे नहीं रह सकते
डिजिटल लेनदेन को लेकर सरकार की आलोचना करने वालों को जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि डिजिटल मुद्रा का युग शुरू हो गया है और भारत को इसमें पीछे नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि डिजिटलीकरण का लक्ष्य जवाबदेही लाना है तथा अधिक नकद से सामाजिक बुराइयां आएंगी।प्रधानमंत्री ने दक्षिण कन्नड़ जिले में स्थित प्राचीन भगवान मंजूनाथेश्वर मंदिर में पूजा की।
उन्होंने भीड़ को देखकर हाथ हिलाया। लोग मोदी, मोदी के नारे लगा रहे थे। मंदिर में उनका परंपरागत रूप से स्वागत किया गया। धर्मस्थल मंदिर दक्षिण भारत के प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थस्थल में शामिल है जो 800 वर्ष से ज्यादा पुराना है। प्रधानमंत्री कार्यालय से किए गए ट्वीट में मोदी के हवाले से कहा गया कि मुझे खुशी है कि भगवान मंजूनाथ की पूजा करने का अवसर मिला।