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बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में इजीपुरा के निकट संदिग्ध एलपीजी विस्फोट की वजह से दो मंजिली इमारत के ध्वस्त हो जाने से तीन महिलाओं समेत कम से कम सात लोगों की मौत हो गयी। मलबे में कई अन्य लोगों के फंसे होने की आशंका है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सुबह करीब सात बजे विस्फोट हुआ जिससे 20 साल पुरानी इमारत का एक विशाल हिस्सा ढह गया।

पुलिस के अनुसार, दमकल विभाग एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के कर्मचारियों ने मलबे से शव निकाले। उनमें तीन महिलाओं के भी शव हैं। मृतकों की पहचान कलावती (68), रविचंद्रन (30), प्रसाद (18), अश्विनी (28), श्रवण (18),मालाद्री (25) और सर्वकल्याण (19) के तौर पर हुई है।

सरकार ने इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के लिए पांच पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। पुलिस ने बताया कि मलबे से निकाली गयी तीन साल की बच्ची संजना 60 फीसद झुलस गयी है और उसकी हालत गंभीर है।

उसे विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। संजना के साथ ही जानकी (26)का भी इलाज चल रहा है। वह भी इस हादसे में झुलस गयी है।

मौके का जायजा लेने पहुंचे कर्नाटक के गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया कि इमारत गणेश नामक एक व्यक्ति की है, जिसने तीन परिवारों को उसे किराये पर दे रखा था।

मंत्री ने कहा, ‘‘दो परिवार भूतल पर रहते थे जबकि एक परिवार पहली मंजिल पर रहता था। कलावती और रविचंद्रन पहली मंजिल पर रहते थे। इन दोनों की मौत मौके पर ही हो गयी जबकि दो बच्चे हादसे में घायल हुए।’’

हालांकि बेंगलुरु के महापौर आर संपत राज का कहना था कि इमारत में चार परिवार रह रहे थे। दमकल की कम से कम 40 गाड़ियों और एनडीआरएफ के कर्मचारियों ने बचाव अभियान चलाया।

पुलिस के मुताबिक, इमारत में फंसे लोगों को बचाने के लिये मलबा हटा रहे दमकल के तीन कर्मचारी दीवार ढह जाने से घायल हो गये। उन्होंने बताया कि उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया। विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए संबद्ध दस्ते को लगाया गया।

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