अहमदाबाद: गुजरात में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के तहत जारी करीब 20,000 आयुष्मान कार्डों को अपात्र लाभार्थियों के कारण निरस्त कर दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह योजना 2018 में शुरू हुई थी और इसमें प्रति परिवार हर वर्ष पांच लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलता है। यह योजना समाज के गरीब और कमजोर वर्गों के लिए है और इसमें परिवार के सदस्यों की संख्या को लेकर कोई सीमा नहीं है।
प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने कहा कि गुजरात के स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी की एक टीम को कई ऐसे मामले मिले जिनमें कई अपात्र व्यक्ति संबंधित परिवार के सदस्य नहीं थे लेकिन कार्ड में उन्हें लाभार्थी के रूप में दिखाया गया था। उन्होंने कहा, ''हमने पिछले साल जुलाई से ऐसे मामलों की जांच शुरू की। सबसे पहले पंचमहल जिले में ऐसे मामले मिले और तब से 27 जिलों में लगभग 20,000 फर्जी आयुष्मान कार्डों को निरस्त कर दिया है। इस मामले में अभियान अब चल रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसे कार्डों के संबंध में कई प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं और गिरफ्तारियां भी हुई हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों ने लाभार्थियों का पंजीयन करने के लिए प्रयुक्त सॉफ्टवेयर में खामी का फायदा उठाया।