ताज़ा खबरें
केजरीवाल के खिलाफ कार्यवाही पर रोक से दिल्ली हाईकोर्ट का इंकार

जमशेदपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को झारखंड के जमशेदपुर में एक पावर प्लांट का शिलान्यास किया और उसके बाद देशभर की ग्रामसभाओं को एक साथ संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा- महात्मा गांधी कहते थे कि 'भारत गांव में बसता है', लेकिन हम देख सकते हैं कि शहर और ग्राम के बीच दूरी बढ़ती जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'सामान्य रूप से पंचायत राज दिवस दिल्ली के विज्ञान भवन में मनाया जाता था। वहां कुछ प्रतिनिधि आते थे, यही परंपरा चल रही थी। हमने आकर प्रयास किया कि देश बहुत बड़ा है, सिर्फ दिल्ली ही देश है-इस भ्रम से बाहर आना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'हम कोशिश कर रहे हैं कि समाजिक विकास से जुड़े कई कार्यक्रम हम दिल्ली से बाहर करें, ताकि ज्यादा लोगों को जोड़ा जा सके। इसलिए हमारी कोशिश है कि भारत सरकार को दिल्ली से बाहर निकालकर हिन्दुस्तान के अलग-अलग इलाकों में ले जाया जाए।' प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी को याद करते हुए उनकी उस बात को याद किया जिसमें उन्होंने कहा था, 'भारत गांव में बसता है'। पीएम ने कहा, 'लेकिन ग्रामीण और शहरी भारत के बीच दूरी बढ़ती ही जा रही है, इसलिए पहली बार हमने बजट में ग्रामीण विकास की तरफ जोर दिया है।'

उन्होंने कहा, 'यहां भगवान बिरसा मुंडा की धरती से मुझे देशभर के लोगों से बात करने का मौका मिल रहा है। मैं राज्य सरकारों को बधाई देता हूं कि प्रचंड गर्मी के बावजूद अधिकारी विकास के बारे में जानकारी पहुंचाने के लिए गांवों तक पहुंचे हैं। गांवों के लोगों ने अपने प्रतिनिधि के तौर पर मुझ पर 5 साल के लिए विश्वास जताया है और मैं उनके लिए कुछ करने को प्रतिबद्ध हूं।' पीएम मोदी ने कहा, 'पंचायतों में कई महिलाएं काम कर रही हैं। गांव से जुड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए वे बहुत अच्छा नेतृत्व कर सकती हैं। मैं गांवों की महिला प्रतिनिधियों से प्रार्थना करता हूं कि वे गांव में टॉयलेट बनवाएं, ताकि हमारी माताओं और महिलाओं को शौच के लिए खुले में न जाना पड़े। उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गांव में उचित मात्रा में शौचालय हों। हमारे लिए यह शर्म की बात है कि काफी विकास के बावजूद भी गांवों में हमारी महिलाओं और लड़कियों को खुले में शौच के लिए जाने पर मजबूर होना पड़ता है।' उन्होंने कहा, '40 फीसदी महिला प्रतिनिधियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गांव में किसी भी महिला की गर्भावस्था के दौरान मौत न हो। हमें इस ध्यान देने चाहिए कि गांव में गर्भावस्था के दौरान सभी जरूरी कदम उठाए जाएं ताकि कोई बच्चा ऐसा न हो जो मां के प्यार से महरूम रह जाए।' प्रधानमंत्री ने बच्चों के स्कूल छोड़ने पर भी बात की और कहा, 'जब कोई बच्चा बीच में ही स्कूल छोड़ देता है तो यह बात पंचायत सदस्यों को भी चिंतित करनी चाहिए। पंचायत प्रतिनिधियों को गांवों में लोगों की जिंदगी बेहतर बनाने की ओर काम करना चाहिए। पंचायत राज लोकतांत्रिक व्यवस्था का एक अहम हिस्सा है, लेकिन जब तक लोगों के विकास के लिए कदम नहीं उठाए जाएंगे, तब तक कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता।' मोदी ने कहा, 'पंचायत प्रतिनिधि ग्राम विकास की अपनी चुनौतियों को मुझसे साझा करें। एक बार हिन्दुस्तान के गांव बदलने लग जाएं तो इस देश को बदलने में देर नहीं लगेगी। जमशेदपुर में आयोजित इस सभा में देशभर से क़रीब 3 हज़ार पंचायत प्रतिनिधियों के हिस्सा लिया। पीएम के इस संबोधन को एक साथ देशभर के 2 लाख 58 हज़ार ग्राम सभाओं में लाइव प्रसारित किया गया। इसका मक़सद देशभर में पंचायती राज और ग्रामीण विकास जैसे मुद्दों को मज़बूती प्रदान करना है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख