ताज़ा खबरें
एलजी ने सीएम आतिशी को केजरीवाल से ‘हजार गुना बेहतर’ बताया
कैशकांड पर विनोद तावड़े ने राहुल-खड़गे-श्रीनेत को भेजा कानूनी नोटिस

धनबाद: खदान और अग्नि विशेषज्ञों का एक दल पूर्वी मध्य रेलवे के धनबाद खंड पर धनबाद-चंद्रपुरा रेलवे लाइन में भूमिगत आग की स्थिति पर एक नया अध्ययन करेगा। कोयला मंत्रालय ने खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) को धनबाद-चंद्रपुरा (डीसी) रेलखंड पर रेल पटरी के नीचे आग की स्थिति पर जांच करने के लिए खदान और विभिन्न संस्थानों के अग्नि विशेषज्ञों की एक संयुक्त समिति गठित करने के आदेश दिये हैं।

बीसीसीएल सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय ने भारत कूकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) को इस अध्ययन की लागत वहन करने के निर्देश दिये हैं। बीसीसीएल ने केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सीआईएमएफआर) धनबाद को एक पत्र लिखकर रेलवे लाइन के निकट आग की स्थिति पर होने वाले अध्ययन की लागत के संबंध में विस्तृत जानकारी देने के लिए कहा है।

बीसीसीएल के तकनीकी निदेशक देवल गांगुली ने स्वीकार किया कि कोयला मंत्रालय के निर्देश पर धनबाद-चंद्रपुरा रेलवे लाइन पर भूमिगत आग की स्थिति पर नया अध्ययन किया जायेगा। विशेषज्ञों की टीम रेलवे ट्रैक के निकट भूमिगत आग के खतरे के स्तर की जांच करेगा। इसके बाद जांच रिपोर्ट कोयला मंत्रालय को भेजी जायेगी।

डीजीएमएस की रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद रेलवे बोर्ड ने 25 जून को 34 किलोमीटर लंबे धनबाद-चंद्रपुरा रेलखंड को बंद कर दिया था। डीजीएमएस ने अपनी रिपोर्टों में कहा था कि यह खंड ट्रेनों की आवाजाही के लिए असुरक्षित है, क्योंकि धनबाद-चंद्रपुरा रेलखंड का 14 किलोमीटर भाग भूमिगत आग से प्रभावित है। इस रिपोर्ट के बाद डीजीएमएस ने 26 रेलगाड़ियों को या तो रद्द कर दिया या उनके मार्ग में परिवर्तन कर दिया था।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख