रांची: झारखंड में एंटी करप्शन ब्यूरो लगातार एक्शन मोड में है. राज्य में कल बुधवार को एक डॉक्टर, इंजीनियर, विद्युत विभाग का कर्मचारी व एसडीओ कोर्ट के पेशकार को गिरफ्तार कर लिया गया। पलामू प्रमंडल के एसीबी अधिकारियों ने नगरऊंटारी अनुमंडल से एक जूनियर इंजीनियर व डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया। वहीं दुमका से विद्युत विभाग के कर्मचारी और चास से एक एसडीओ कोर्ट के पेशकार की गिरफ्तारी हुई।
गौरतलब है कि एंटी करप्शन ब्यूरो ने भ्रष्टाचार रोकने के लिए हर प्रमंडल में अपना विभाग बनाया है। जो शिकायत मिलते ही त्वरित कार्रवाई करता है। ज्ञात हो कि मंगलवार को एसीबी ने दो बीडीओ को रिश्ववत लेते गिरफ्तार कर लिया था। भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई में सिर्फ छोटे कर्मचारी ही नहीं बल्कि बीडीओ व डॉक्टर जैसे बड़े अधिकारियों को भी दबोचा जा रहा है।
एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बिजली विभाग के एक श्रमिक प्रकाश सिंह को 5000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों बुधवार को दुमका नगर थाना क्षेत्र के टावर चौक से दबोच लिया।
एसीबी की टीम ने प्रकाश को उस समय हिरासत में ले लिया, जब वह दुधानी चौक में शिकायतकर्ता शिकारीपाड़ा प्रखंड के राजबांध पलासी गांव निवासी ग्रील बनाने वाले सुनील मंडल से पैसे की मांग कर रहे थे। शिकायतकर्ता सुनील ने बताया कि 16 सितंबर को 8 एचपी मोटर से ग्रील बनाने की दुकान में बिजली उपयोग को लेकर 1.60 लाख रुपये जुर्माना करने की बात कह कर उसका भयादोहन किया गया। बाद में 35 हजार रुपये पर मामला निबटाने की बात प्रकाश ने कही।
पलामू निगरानी विभाग की टीम ने डीएसपी मथिलेश कुमार के नेतृत्व में नगर उंटारी अनुमंडल क्षेत्र से दो अधिकारियों को घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दोनों अधिकारी अलग-अलग विभाग से ताल्लुक रखते हैं। जानकारी के अनुसार एक अधिकारी भवनाथपुर के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह है। दूसरे अधिकारी के बारे में जानकारी मिली है कि वह नगर उंटारी प्रखंड के मनरेगा के जूनियर इंजीनियर (जेई) राजीव रंजन है। निगरानी की टीम ने मनरेगा जेई को नगर उंटारी रेलवे स्टेशन के समीप आवास से दो हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया है।
राजीव रंजन ने नरही पंचायत के जासा ग्राम निवासी अलिमुद्दीन अंसारी से सेड निर्माण में मापी पुस्तिका संधारण करने के एवज में घूस की मांग थी। वहीं भवनाथपुर के समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी आशुतोष सिंह ने खरौंधी थाना के मझिगावां ग्राम निवासी शंकर पासवान से इंजुरी का प्रमाणपत्र बनाने के लिए पांच हजार रुपये घूस की मांग की थी. दोनों को घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।