रांची: एनडीए से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने कहा है कि झारखंड के प्रति उनका अनुभव काफी अच्छा रहा है। यह भगवान बिरसा मुंडा की धरती है। उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं। यहां के लोग भोले-भाले और सच्चे हैं। मेरा संस्कार और संविधान के प्रति आस्था ही मेरी सफलता का कारण है। कोविंद बुधवार को रांची में मुख्यमंत्री रघुवर दास के सरकारी आवास पर एनडीए के सांसदों और विधायकों को संबोधित कर रहे थे। रामनाथ कोविंद ने कहा, मैं राज्यपाल बनने के बाद से किसी भी दल से जुड़ा नहीं हूं। संविधान के तहत काम किया, इसलिए कभी विवाद में नहीं रहा। मेरे लिए सभी दल बराबर हैं और दलगत भावना से उपर उठकर संविधान को सामने रख कर जिम्मेदारी निभाई। यही वजह है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,जिन्हें मेरे राज्यपाल बनने पर शुरू में कुछ शंका थी,वह बाद में दूर हो गई। राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनने पर सबसे पहले उन्होंने ने ही आकर बधाई दी। मेरा कार्यकाल कभी विवाद में नहीं रहा। कोविंद ने कहा कि राष्ट्रपति बनने के बाद भी दलगत भावना से उपर उठ कर संविधान के तहत काम करूंगा।
कोविंद बुधवार को दोपहर विशेष विमान से रांची पहुंचे। वह मुख्यमंत्री आवास पर भाजपा के सांसदों और विधायकों से मिले। इसके अलावा उन्होंने आजसू प्रमुख सुदेश महतो, जय भारत समानता पार्टी की विधायक गीता कोड़ा व नौजवान संघर्ष मोर्चा के विधायक भानू प्रताप शाही से भी मिले और बातचीत की।