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हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने 9 एकड़ में बने भव्य विप्रहित ब्राह्मण सदन का बुधवार को उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में के चंद्रशेखर राव ने कहा कि धर्म विजय आने वाले दिनों में समाज को फलने-फूलने और देश को प्रगति करने में सक्षम बनाएगा। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि हमारे द्वारा अभ्यास किया जाने वाला धर्म आने वाले दिनों में ख्याति और उपलब्धियां लाएगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि तेलंगाना सरकार राज्य में ब्राह्मणों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। कमजोर ब्राह्मण परिवारों के शैक्षणिक विकास के लिए सरकार अनेक कल्याणकारी योजनाओं को लागू कर रही है। केसीआर ने कहा कि ब्रह्मज्ञान ब्रह्मणत्व के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा। भारतीय धर्म में ब्राह्मणत्व बौद्धिक विशेषता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समाज में ब्राह्मणों की भूमिका अनमोल है।

पुरोहितों को आमतौर पर उस स्थान को अच्छा बनाने की परिणति के रूप में जाना जाता है, जहां वे निवास करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्राह्मणों ने समस्त मंत्रों को ग्रहण किया है और वे समाज को फलने-फूलने का उपदेश देते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विप्र सदन देश में अपनी तरह का पहला सदन है और ब्राह्मण संघों के राष्ट्रीय नेताओं ने मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की है।

मुख्यमंत्री ने देश में निर्मित एकमात्र ब्राह्मण सदन के उद्घाटन के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि ब्राह्मणों के सभी अच्छे कार्यों को याद करते हुए सर्वजन को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने विस्तार से बताया कि कैसे सरकार की पहल ने ब्राह्मण संकशेमा परिषद को राज्य में जड़ें जमाने में मदद की। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण निकाय द्वारा लागू की गई, कल्याणकारी योजनाओं के लिए सरकार हर साल 100 करोड़ रुपये आवंटित कर रही है।

उन्होंने विस्तार से बताया कि राज्य में ओवरसीज स्कॉलरशिप, बेस्ट के संक्षिप्त नाम वाली एक योजना लागू की गई है। उन्होंने कहा कि कुल 780 छात्र विदेशी छात्रवृत्ति के तहत लाभान्वित हुए और बेस्ट को 150 करोड़ रुपये अनुदान दिया गया। आज 12 करोड़ रुपये की लागत से 9 एकड़ के विशाल क्षेत्र में बने विप्रहित सदन का उद्घाटन किया गया है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस नए केंद्र में सनातन संस्कृति संरक्षित रहेगी। उन्होंने कहा कि इस केंद्र से विभिन्न आर्थिक तबके के ब्राह्मणों को लाभ मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि ब्राह्मण परिषद के तत्वावधान में सूर्यपेट, खम्मम, मधिरा और बीचुपल्ली में ब्राह्मण सदन बनाए जा रहे हैं।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री केसीआर ने राज्य में ब्राह्मणों के कल्याण के लिए कई योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वेद पंडितों के मानदेय को बढ़ाकर पांच हजार किया जाएगा और आयु सीमा को 65 वर्ष कर दिया गया है। इसी तरह धूप दीपा नैवेद्य योजना को अब राज्य के 6441 मंदिरों तक विस्तारित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि आईआईटी, आईआईएम के छात्रों के लिए शुल्क प्रतिपूर्ति योजना अब ब्राह्मण छात्रों के लिए लागू की जाएगी और वेद स्कूलों के लिए वार्षिक अनुदान को बढाकर दो लाख रुपए किया जाएगा।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने पीठाधिपतियों और प्रतिष्ठित ब्राह्मणों की उपस्थिति में औपचारिक रूप से सदन का उद्घाटन किया। ब्राह्मण परिषद अध्यक्ष रमना चारी, मुख्य सचिव शांति कुमारी ने भी सभा को संबोधित किया। ब्राह्मण सदन का उद्घाटन पारंपरिक मंत्रों के जाप और होम के साथ किया गया।

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