नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के नेता तजिंदर बग्गा की मुश्किलें अभी कम नहीं हुई हैं। पंजाब की मोहाली कोर्ट ने शनिवार को बग्गा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। कोर्ट ने पंजाब पुलिस को आदेश दिए हैं कि तजिंदर बग्गा को गिरफ्तार कर पेश किया जाए। वहीं, दूसरी ओर दिल्ली में भाजपा नेता बग्गा की गिरफ़्तारी पर बवाल अब तक जारी है। भाजपा नेताओं ने शनिवार को मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया।
शुक्रवार को पंजाब पुलिस तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को इस आधार पर गिरफ्तार करने आई थी कि मोहाली में साइबर सेल में उनके खिलाफ एक केस दर्ज हुआ है। इस केस में जांच के लिए बग्गा को 5 बार नोटिस भेजा गया, लेकिन वह हाजिर नहीं हुए। जिसके बाद खुद पंजाब पुलिस उनको गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली के जनकपुरी में उनके आवास पर आई और गिरफ्तार करके ले गई। लेकिन दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने मिलकर तेजिंदर बग्गा को पंजाब पुलिस की गिरफ्त से छुड़ा लिया। इस मामले में पंजाब पुलिस की किरकिरी हुई।
ऐसा शायद पहली बार देखा गया था कि पुलिस ने किसी को गिरफ्तार किया हो और दूसरे राज्य की पुलिस गिरफ्तार किए हुए शख्स को उस से छुड़ाकर ले जाए। इसके बाद पंजाब पुलिस ने मोहाली कोर्ट का रुख किया और कोर्ट ने तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर दिया। इस मामले में कोर्ट में अगली सुनवाई 23 मई को होगी।
शुक्रवार को बग्गा गिरफ़्तारी को लेकर दिन भरे चले ड्रामे के बाद देर रात घर पहुंच थे। आधी रात में उन्हें द्वारका सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट के घर पर पेश किया गया। इसके बाद उन्हें घर जाने दिया गया। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को बग्गा को सुरक्षा मुहैया कराने के आदेश भी दिए हैं।
बता दें, शुक्रवार को बग्गा की गिरफ़्तारी पर दिल्ली से लेकर कुरुक्षेत्र तक बवाल हुआ। शुक्रवार सुबह बेहद नाटकीय अंदाज़ में पंजाब पुलिस ने दिल्ली में तेजिंदर बग्गा को गिरफ़्तार किया। लेकिन बग्गा के पिता ने दिल्ली में अपहरण का मामला दर्ज कराया।
दिल्ली से बग्गा के अपहरण की सूचना मिलते ही हरियाणा पुलिस ऐक्शन में आ गई और मोहाली की ओर बढ़ रही पंजाब पुलिस के काफ़िले को कुरुक्षेत्र में रोक लिया। हरियाणा पुलिस ने दिल्ली पुलिस को कुरुक्षेत्र बुला लिया और तेजिंदर पाल बग्गा को उसके हवाले कर दिया। जिसके बाद दिल्ली पुलिस बग्गा को दिल्ली ले आई और पंजाब पुलिस बस हाथ मलती रह गई।