गुरदासपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (3 जनवरी) पंजाब के गुरदासपुर में रैली के साथ सूबे में चुनावी बिगुल फूंक दिया। रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने गुरदासपुर की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि हम पंजाब की खुशहाली के लिए काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि गुरदासपुर की धरती देश, समाज, मानवता के लिए हमेशा से प्रेरणा देने वाली रही है। लिहाजा साल 2022 तक न्यू इंडिया के निर्माण के लिए भी सवा सौ करोड़ देशवासियों के संकल्प को सिद्ध करने के लिए यहां से नई ऊर्जा का संचार होगा।
पीएम मोदी ने इस दौरान कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिनका इतिहास राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ रहा हो और जो आज भी देश के सैनिकों और सेना को कमजोर करने के लिए झूठ फैला रहे हों, जिनका इतिहास सिर्फ एक परिवार के जयगान कर रहा हो और जो आज भी वंदे मातरम और भारत माता का विरोध कर रहे हो। जिनका इतिहास हजारों सिख भाई-बहनों को बेहरहमी से हत्या का हो और जो आज भी दंगों के आरोपियों को मुख्यमंत्री पद का पुरस्कार दे रहे हों, उन लोगों से पंजाब समेत देशवासियों को सतर्क रहने की जरूरत है।
सिख दंगों पर भी बोले पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि एक परिवार के इशारे पर सिख दंगों के आरोपियों की फाइलें दबाई गईं। एक परिवार के इशारे पर जिन-जिन आरोपियों की ‘सज्जन’ फाइलें दबा दी गई थीं, एनडीए सरकार ने उनको बाहर निकाला, एसआईटी का गठन किया और परिणाम सबके सामने हैं।
पीएम मोदी ने कहा, देश का किसान सशक्त बने, यही हमारा मंत्र है। पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में भी कर्जमाफी का एलान किया है, लेकिन गिने चुने किसानों को इसका लाभ मिला। बाकी को घर छोड़कर जाना पड़ा। पंजाब में भी यही हाल है। कर्जमाफी के नाम पर वोट बटोरे और सत्ता में आ गई। वादा किया कि करोड़ों का कर्ज माफ करेंगे। डेढ़ साल बाद सच्चाई क्या है, कांग्रेस के लोग जनता को गुमराह करने के लिए संसद पहुंच गए। पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने पंजाब के लिए किया ही क्या है। किसान और देश की जनता ने भरोसा करके ही वोट दिए। चुनाव में जीत दिलाई, लेकिन इस भरोसे की सजा किसान भुगत रहे हैं। कांग्रेस ने किसानों को कर्जमाफी का वादा करके वोट बटोरे। किसानों पर 6 लाख करोड़ का कर्ज था, लेकिन किसानों की कर्जमाफी सिर्फ 60 हजार करोड़ हुई। बाकी सब इंतजार करते रह गए।
पीएम ने कहा कि देश के हर गांव को सड़क से जोड़ने का काम अटल जी के दौर में शुरू हुआ। कांग्रेस ने क्या किया। पढ़ाई, कमाई, दवाई और सिंचाई तो बीजेपी ने दिया, कांग्रेस ने क्या किया। कई महत्वपूर्ण योजनाएं-परियोजनाएं बीजेपी ने शुरू की और उन पर तेजी से काम किया जा रहा है। करतारपुर कॉरिडोर के साथ लगते सुलतानपुर लोधी को टूरिस्ट प्लेस के तौर पर विकसित किया जा रहा है।
पीएम ने कहा कि सिर्फ 4 किलोमीटर की बात थी, लेकिन पाकिस्तान ने 70 साल तक भारत देश की संगत को गुरु नानक देव जी के निवास स्थान करतारपुर साहिब से दूर रखा। अब ऐसा नहीं होगा, हमने रास्ता खुलवा लिया है। पाकिस्तान के साथ एक समझौता करके कॉरिडोर बनाने की योजना बना ली गई है। प्रकाश पर्व से पहले कॉरिडोर तैयार हो जाएगा, ताकि संगत जाकर करतारपुर साहिब के दर्शन कर सकें। मेरे लिए इससे बड़ी खुशी की कोई बात ही नही।
उन्होंने कहा, गुरदासपुर की धरती देश, समाज को प्रेरणा देने वाली रही है। यह बाबा दयाल जी की तपोभूमि है। यहां मुक्तेश्वर धाम है। यहां समाज जीवन के हर क्षेत्र में पंजाब का नाम रोशन किया है। एक से एक महान हस्तियों को जन्म दिया है। देव आनंद और विनोद खन्ना इसी धरती ने दिए हैं। विनोद खन्ना के निधन के बाद ये मेरा पहला पंजाब का दौरा है। मैं उन्हें दिल से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। विनोद खन्ना ने गुरदासपुर समेत पूरे पंजाब के लिए कई सपने देखे थे। अब हमें उनके सपनों को पूरा करना है। इसके लिए अकाली दल और भाजपा मिलकर काम कर रही हैं।
सुखबीर बादल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने झूठ बोलकर सरकार बनाई है। वे बताएं कि उन्होंने प्रदेश की जनता के लिए क्या काम किया है। कांग्रेस के राज में किसानों का दमन होता है। 1984 के सिख दंगे भी कांग्रेस काल में ही हुए। सज्जन कुमार कांग्रेस के ही नेता थे, तो बताए कि कांग्रेस ने सिखों को न्याय दिलाने के लिए क्या किया। वे किस आधार पर जनता का हितैषी होने का दम भरते हैं। उन्होंने 1984 के सिख दंगा पीड़ितों का न्याय दिलाने के लिए उठाए गए कदम के लिए पीएम का धन्यवाद किया और कहा कि एसआईटी ने पूरे मामले की जांच की। सबूत इकट्ठे किए और सच सामने आ गया है। नतीजा सज्जन कुमार आज सलाखों के पीछे है। यह पीएम मोदी के कारण ही संभव हो पाया है।
रैली में पहुंचते ही पीएम मोदी का करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए फूलमाला पहनाकर धन्यवाद किया। रैली में मंच पर शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, प्रदेश भाजपा प्रधान श्वेत मलिक सहित अकाली दल व भाजपा के बड़े नेता मौजूद थे। स्वास्थ्य खराब होने के कारण पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल नहीं आए।