अमृतसर: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को कहा कि राजासांसी के गांव अदलीवाल में निरंकारी भवन पर हुए ग्रेनेड हमले की जांच गंभीरता से की जा रही है। कैप्टन सिंह ने गुरूनानक देव अस्पताल में घायलों का हाल जानने के बाद पत्रकारों से कहा कि सरकार इस हमले को गंभीरता से ले रही है। उन्होंने कहा कि सभी घायल खतरे से बाहर हैं। उन्होंने घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता और मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य में अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ा दी गई है। विशेष नाकेबंदी लगाकर जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस तथा एनआईए घटना की जांच कर रही है। साल 1978 में निरंकारियों पर हुए हमले संबंधी पूछने पर कैप्टन सिंह ने कहा कि यह एक आंतकवादी घटना है। 1978 की घटना एक धार्मिक घटना थी, इसलिए ग्रेनेड हमले को 1978 की घटना से जोड़ कर न देखा जाए।
आम आदमी पार्टी के नेता हरविंदर सिंह फुलका द्वारा हमले संबंधी दिए गए विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कैप्टन सिंह ने कहा कि फुलका 'नॉन स्टेबल' आदमी है। उन्होंने कहा कि ऐसे वरिष्ठ नेता को विवादित बयान देने से बचना चाहिए।