ताज़ा खबरें
बीजेपी अस्तित्व में नहीं थी, तब भी लोग मनाते थे दीपावली: धर्मेंद्र यादव
आतंकियों का गैर कश्मीरी कर्मचारियों पर हमला, फायरिंग में दो घायल
खराब हवा वाले दस शहरों में दसों यूपी के, अब दिल्ली का 11वां नंबर
दिल्‍ली के शाहदरा में दीपावली के दिन दो लोगों की गोलीमार कर हत्‍या

चंडीगढ़/नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रविवार को अमृतसर में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान की आईएसआई समर्थित खालिस्तानी या कश्मीरी आतंकवादियों की भूमिका होने का संदेह जताया है। उन्होंने हमले की निंदा करते हुए कहा कि वह आतंकी ताकतों को राज्य में कड़ी मेहनत से हासिल की गई शांति को भंग नहीं करने देंगे। अमृतसर हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी। इसके लिए एनआईए की एक टीम रविवार रात तक घटनास्थल पर पहुंच गई। इस बीच पंजाब पुलिस ने दो और संदिग्धों को एक पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया है। मामले की जांच किसी और हमले की आशंका के एंगल से भी की जा रही है।

आईएसआई समर्थित आतंकियों पर शक

अमरिंदर ने एक आधिकारिक बयान में कहा, अमृतसर हमले में आईएसआई-समर्थित खालिस्तानी या कश्मीरी आतंकवादी समूहों की संलिप्तता की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है और सभी दृष्टिकोण से जांच की जा रही है। मुख्यमंत्री ने लोगों से दहशत में नहीं आने और शांत रहने की अपील की।

उन्होंने अपने एक अन्य बयान में कहा कि अब तक प्रांरभिक जांच में खुलासा हुआ है कि दो लोग, जिनके चेहरे ढके हुए थे, कथित तौर पर एक पिस्तौल दिखाते हुए हॉल की ओर गए। उन्होंने सेवादार को हिरासत में ले लिया और समागम में ग्रेनेड फेंक दिया और एक मोटरसाइकिल से भाग गए।

तीन लोगों की हुई मौत

वहीं, पंजाब सरकार के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि हमले के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की और गृह सचिव, डीजीपी, डीजी (कानून एवं व्यवस्था) और डीजी (खुफिया) को अमृतसर के राजा सांसी जाकर जांच की निगरानी करने के निर्देश दिए है। प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर राज्य में निरंकारी भवनों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

इससे पहले पुलिस महानिरीक्षक एसएस परमार ने घटनास्थल का मुआयना करने के बाद कहा, ‘एक ग्रेनेड फेंका गया। तीन लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए जिनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है। एक खुफिया सूचना में दावा किया गया है कि जैश-ए-मोहम्मद के छह से सात आतंकवादियों का एक समूह राज्य में, खासतौर से फिरोजपुर में मौजूद है। इस सूचना के बाद से पंजाब अलर्ट पर है।

हमले में आतंकी पहलू उजागर

पंजाब पुलिस के महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने बताया कि यह घटना आतंकी कृत्य प्रतीत होता है। हम इसे एक आतंकी हरकत के तौर पर ले रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हमले में आतंक का एक पहलू दिख रहा है क्योंकि यह एक समूह (लोगों) के खिलाफ है, न कि किसी एक व्यक्ति के। लोगों के समूह पर ग्रेनेड फेंकने का कोई कारण नहीं है, इसलिए हम इसे एक आतंकी हरकत के तौर लेंगे।’

अमरिंदर ने कहा, राज्य में शांति भंग नहीं होने देंगे

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, ‘अमृतसर में निरंकारी भवन में बम विस्फोट की कड़ी निंदा करते है। मेरी संवेदनाएं अमृतसर बम विस्फोट के पीड़ितों और उनके परिजनों के साथ है। उन्होंने कहा कि ‘हम आतंकी ताकतों को कड़ी मेहनत से हासिल की गई शांति को भंग नहीं करने देंगे।’

मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख का मुआवजा

मुख्यमंत्री ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने और घायलों का मुफ्त इलाज किए जाने की घोषणा की है।

हाफिज सईद के साथी पर शक

खुफिया एजेंसियों को निरंकारी भवन पर हुए ग्रेनेड हमले का शक गोपाल सिंह चावला पर है, जो आतंकी हाफिज सईद के साथ देखा गया था। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, चावला पंजाब में आईएसआई की मदद से धमाके करने की योजना बना रहा था। वह ऐसे ऐप के जरिए स्थानीय युवाओं को अपने साथ जोड़ रहा है, जिसे आसानी से डिकोड न किया जा सके। खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के अनुसार, इस धमाके के पीछे गोपाल सिंह चावला का हाथ हो सकता है। गोपाल सिंह चावला पाकिस्तानी सिख है और वह पाकिस्तानी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का पूर्व महासचिव है। उसे खालिस्तानी समर्थक माना जाता है।

पंजाब में सुरक्षा कड़ी हुई

अमृतसर के जिले के राजासांसी क्षेत्र के अदलीवाल गांव के निरंकारी भवन में हुए बम धमाके के बाद पंजाब में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पंजाब की सीमा से सटे क्षेत्रों में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। राज्य में सार्वजनिक स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। पुलिस जगह-जगह नाकेबंदी कर लोगों से पूछताछ कर रही है। होटलों को भी खंगाला जा रहा है। पुलिस की हर आने-जाने वाले पर पैनी निगाह है। वहीं, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों तथा शॉपिंग मॉल भवनों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर भी हर आने-जाने वाले की चेकिंग की जा रही है। पंजाब की सीमा से सटे क्षेत्रों में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है, जिससे पंजाब से सटे क्षेत्रों की पुलिस भी सर्तक हो गई है।

हरियाणा में पंजाब सीमा पर सुरक्षा बढ़ाई

बता दें कि पंजाब में कुछ दिन पहले आतंकियों के घुसने का इनपुट मिला था। हरियाणा पुलिस ने उसके बाद ही सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी थी, लेकिन रविवार को अमृतसर में हुए बम ब्लास्ट के बाद सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। पंजाब की तरह हरियाणा में भी कई धार्मिक डेरे हैं। आतंकवादी राज्य में भी धार्मिक डेरों को निशाना बना सकते हैं। इसके मद्देनजर धार्मिक डेरों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हिसार जिले की सीमाएं पंजाब जिले के पास लगती हैं, जिस कारण हिसार पुलिस द्वारा पंजाब की ओर से आने वाले रास्तों पर नाकेबंदी की गई है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख