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जालंधर: ट्रक आपरेटरों की हड़ताल और बारिश कारण सब्जियाँ की कीमतों ने रफ़्तार पकड़ ली है। पेट्रोलियम पथा को जीएसटी के दायरे में लाने और टोल टैक्स आदि में छूट की मांग को लेकर ट्रक आपरेटर 20 जुलाई से हड़ताल पर हैं जिसके चलते स्थानीय सब्जी मंडियों में सब्जियों के दामों में हड़ताल का असर साफ दिखाई देने लगा है। ट्रक आपरेटरों की लगातार चल रही हड़ताल आज चौथे दिन में प्रवेश कर गयी है।

देश के अलग-अलग राज्यों में हड़ताल के कारण आम, प्याज और केले के इलावा, नींबू और अदरक की आपूर्ति बंद होने के कारण इन की कीमतें बहुत ज़्यादा बढ़ सकतीं हैं। सब्जी मंडी में इस समय मटर 100 से 120, फूल गोभी 60, करेला 50, अदरक 110, टींडा 80 , वैंगन 40, आलू 20 और टमाटर 20 से 30 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है। सोमवार को हिमाचल को छोड़कर अन्य जिलों से आने वाले फल और सब्जियाँ की आपूर्ति पूरी तरह से बंद होने के कारण इनकी कीमतें ओर बढ़ सकती हैं।

सब्जी विक्रेता ने बताया कि प्याज और केला महाराष्ट्र से आता है जो हड़ताल के कारण नहीं पहुंच रहा है, इसलिए अगर हड़ताल जल्दी समाप्त न हुई तो आने वाले दिनों में प्याज़, केला, नीबू, अदरक की आपूर्ति ठप होने के आसार हैं, जिस कारण इनकी कीमत बहुत ज़्यादा बढ़ सकतीं हैं। हिमाचल से छोटी गाड़ियों में आने वाले फल और सब्जियों पर हड़ताल का प्रभाव कम पड़ रहा है। दिल्ली से आने वाले आयातित फल सेब आदि की कीमतें बढ़ सकती हैं।

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