चंड़ीगढ़: आप नेता और पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैरा ने खालिस्तान के बारे में ट्वीट किया था। उन्होंने पंजाब में ‘खालिस्तान’ बनाए जाने को लेकर साल 2020 में जनमत संग्रह कराने की बात कही थी। अब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए खालिस्तान की मांग का विरोध किया। इससे पहले अमरिंदर केजरीवाल से भी इस बारे में सफाई मांग चुके हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खालिस्तान और जनमत संग्रह की मांग को लेकर कहा, ‘जनमत संग्रह विदेशों के लोगों की धारणा है। सभी लोगों को पता है कि पंजाब में कोई जनमत संग्रह नहीं होने जा रहा हैं। हम पंजाब में शांति चाहते हैं। शांति का मतलब स्थायित्व, शांति का मतलब सब कुछ सामान्य ढ़ंग से चलें।
गौरतलब है कि इससे पहले ट्वीट करते हुए सुखपाल सिंह खैरा ने कहा था, ‘मैं साल 2020 में होने वाले जनमत संग्रह का मतदाता नहीं हूं लेकिन मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि बंटवारे के बाद सिखों के साथ भेदभाव, उत्पीड़न, दरबार साहिब पर हमले और साल 1984 में हुए हत्याकांड की वजह से यह सब कुछ हुआ है।’
सुखपाल सिंह खैरा के ट्वीट के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अरविंद केजरीवाल से इस बारे में जवाब मांगा था। उन्होनें सुखपाल सिंह के ट्वीट की निंदा करते हुए इस बारे में केजरीवाल से रुख स्पष्ट करने के लिए कहा था।