नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने रविवार को दावा किया कि राज्य में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में असल मुकाबला उनकी पार्टी और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि 'आप' की स्थिति कमजोर होती जा रही है और उसे प्रचार के लिए दूसरे राज्यों से 50,000 लोगों को लाना पड़ा है। सत्ताधारी शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन के बारे में अमरिंदर ने दावा किया कि अकाली दल-भाजपा गठबंधन मुकाबले में कहीं नहीं है। 'आप' के संस्थापक सदस्य और प्रदेश उपाध्यक्ष सीएम लखनपाल और तीन अन्य नेताओं - पीके शर्मा, इकबाल पन्नू और बरपूर सिंह का कांग्रेस में स्वागत करते हुए अमरिंदर ने दावा किया कि 'आप' का ग्राफ नीचे गिर रहा है, क्योंकि पंजाब के लोगों का उनसे मोहभंग हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा, 'अरविंद केजरीवाल का ये दावा महज एक छलावा है कि यदि उनकी पार्टी पंजाब की सत्ता में आती है, तो वह किसी दलित नेता को उप-मुख्यमंत्री बनाएंगे। उनकी दिल्ली सरकार में कोई सिख या दलित मंत्री नहीं है।' अमरिंदर ने कहा, 'ऐसे गुमराह करने वाले बयानों के जरिए केजरीवाल पंजाब के लोगों को सिर्फ बेवकूफ बना रहे हैं। पंजाब में 'आप' की कोई पकड़ नहीं है और उसने उत्तर प्रदेश एवं बिहार जैसे राज्यों से 50,000 लोगों को प्रचार के लिए बुला रखा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में हाल में शामिल हुए लोगों को ऐसी सीटों से टिकट दिए जाएंगे जहां अब तक पार्टी के कोई सक्रिय उम्मीदवार नहीं हैं। कांग्रेस में आए नए नेताओं ने पार्टी को बिना शर्त समर्थन देने की बात कही और आरोप लगाया कि 'आप' पंजाब के लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरने में नाकाम रही और अब वह गर्त में जा रही है।