कोलकाता: सशस्त्र बलों में भर्ती से संबंधित नयी योजना 'अग्निपथ' का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में सियालदह-बैरकपुर मार्ग पर रेल पटरियों को अवरुद्ध कर दिया, जिसके चलते ट्रेन सेवाएं करीब एक घंटे तक बाधित रहीं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पटरियों पर 'पुश अप' भी किया। पूर्वी रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि लगभग 20 प्रदर्शनकारियों ने सुबह करीब 10 बजे एक क्रॉसिंग पर रेल पटरियों को अवरुद्ध कर दिया, जिसके कारण वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई।
प्रदर्शन में शामिल एक व्यक्ति ने पत्रकारों से कहा, 'हम अपने देश से प्यार करते हैं, कृपया हमारे भविष्य के साथ न खेलें। हम कई वर्षों से सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहे हैं, और अब केंद्र ने अग्निपथ योजना लागू की है। हम इसे तत्काल वापस लेने की मांग करते हैं।' लोगों के कार्यालय जाने के समय हुए प्रदर्शन ने रेलवे सेवाओं को प्रभावित किया, और बैरकपुर रेलवे स्टेशन पर प्रतीक्षा कर रहे कई यात्री प्रदर्शन स्थल पर पहुंच गए तथा प्रदर्शनकारियों के साथ उनका झगड़ा हो गया।
रेलवे पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को पूर्वाह्न करीब 11.15 बजे प्रदर्शन स्थल से हटा दिया गया और रेलवे सेवाएं व वाहनों की आवाजाही फिर से शुरू हो गई है।
इससे पहले शुक्रवार को करीब 50-60 प्रदर्शनकारियों ने जिले के ठाकुरनगर स्टेशन पर रेलवे पटरी को डेढ़ घंटे तक अवरुद्ध रखा था।
अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए अनुबंध के आधार पर जवानों की भर्ती की जाएगी, जिसके बाद उनमें से 75 प्रतिशत को पेंशन के बिना अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जाएगी। शेष 25 प्रतिशत को नियमित सेवा के लिए बरकार रखा जाएगा। इन जवानों का चयन उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा।
इस कदम के खिलाफ देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने रेलगाड़ियों को जला दिया और सड़कों को अवरुद्ध कर योजना को वापस लेने की मांग की।