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नई दिल्ली: कोलकाता नगर निगम (केएमसी) चुनाव के लिए मंगलवार को भारी सुरक्षा के बीच हो रही मतगणना में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को बड़ी बढ़त मिली है। कोलकाता नगर निगम की 144 में से 17 सीटें तृणमूल कांग्रेस जीत चुकी है, जबकि 118 पर आगे चल रही है। यहां रविवार को मतदान हुआ था। राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों, भाजपा और लेफ्ट से बहुत आगे है। भाजपा और लेफ्ट तीन-तीन वार्डों में आगे चल रही हैं। वहीं, कांग्रेस सिर्फ दो वार्डों में आगे चल रही है।

2015 के निकाय चुनाव में टीएमसी को 114 सीटें मिली थी, इस बार भी ऐसा लग रहा है कि टीएमसी इसी आंकड़े के करीब ही सीटें पाएगी। वहीं, भाजपा और लेफ्ट की पिछली बार की तुलना में इस बार सीटें घटती हुई दिख रही हैं। कांग्रेस चौथे नंबर पर बनी हुई है और उसकी सीटें पहले से भी कम होती दिख रही हैं।

लेफ्ट और कांग्रेस ने गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद, कोलकाता निकाय चुनाव अलग-अलग लड़ने का फैसला किया था। मेयर पद के लिए किसी पार्टी ने उम्मीदवार का एलान नहीं किया है।

इस बार तृणमूल के प्रमुख उम्मीदवारों में से एक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भाभी कजरी बनर्जी हैं। वह वार्ड नंबर 73, भवानीपुर से चुनाव लड़ रही हैं।

बंगाल भाजपा ने हिंसा और चुनाव नियम उल्लंघन का आरोप लगाया है। रविवार को राज्य चुनाव आयोग को लिखे एक पत्र में, पार्टी ने कोलकाता नगर निगम (केएमसी) चुनावों को एक तमाशा बताया और आरोप लगाया कि पुलिस हिंसा को रोकने में नाकाम रही है। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया था कि वह एक वार्ड में बिरयानी का लालच देकर मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश कर रही है।

रविवार को मतदान के दौरान छिटपुट हिंसा की घटनाएं हुईं। दो मतदान केंद्रों पर कथित तौर पर बम फेंके गए।

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