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नई दिल्ली: आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के मौके पर भारतीय जनता पार्टी ने हर बूथ तक प्रभावी ढंग से पहुंचने की तैयारी कर ली है। इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज शुभेच्छा संदेश का लाइव प्रसारण राज्य के सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों के 78000 पोलिंग बूथ पर सुना और देखा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में पूरे देशवासियों को दुर्गा पूजा की बधाई दी। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में देशवासियों को कोरोना को लेकर एहतियात बरतने की भी सलाह दी है।

उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बीच हम सभी दुर्गा पूजा मना रहे हैं। दुर्गा भक्त, पंडाल के आयोजकों ने इस बार अद्भुत संयम दिखाया है। कोरोना कीवजह से संख्या पर भले असर पड़ा हो लेकिन भव्यता वही है। दिव्यता वही है। आयोजन भले ही सीमित है लेकिन उल्लास असीमित है। यही तो बंगाल की पहचान है। मेरी आपसे आग्रह है कि मां दुर्गा की पूजा के साथ दो गज की दूरी, मास्क पहनने और सारे नियमों का पालन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के जरिये पार्टी हर बूथ पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ मतदाताओं को भी जोड़ने में जुट गई है।

पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा सबसे बड़ा त्योहार होता है और उसी के मौके पर प्रधानमंत्री ने गुरुवार को दोपहर 12 बजे वर्चुअल माध्यम से शुभेच्छा संदेश दिया। 

उन्होंने आगे कहा कि ये बंगाल की ही धरती थी जिसने आज़ादी के आंदोलन में स्वदेशी को एक संकल्प बनाने का काम किया था। बंगाल की ही धरती से गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर और बंकिम चंद्र चटर्जी ने आत्मनिर्भर किसान और आत्मनिर्भर जीवन का संदेश दिया था। बंगाल के लोगों को मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने के लिए निरंतर काम हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बंगाल में करीब-करीब 30 लाख गरीबों के लिए घर बनाए जा चुके हैं। उज्जवला योजना के तहत करीब 90 लाख गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिए गए हैं। 

पीएम मोदी ने कहा कि रेप की सजा से जुड़े कानूनों को बहुत सख्त किया गया है, दुराचार करने वालों को मृत्युदंड तक का प्रावधान हुआ है। भारत ने जो नया संकल्प लिया है- आत्मनिर्भर भारत के जिन अभियान पर हम निकले हैं, उसमें भी नारी शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है। 22 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खोलना हो या फिर मुद्रा योजना के तहत करोड़ों महिलाओं को आसान ऋण देना हो। चाहे 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान हो या फिर तीन तलाक के खिलाफ कानून हो। देश की नारीशक्ति को सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया जा रहा है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में देशवासियों को कोरोना को लेकर एहतियात बरतने की भी सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बीच हम सभी दुर्गा पूजा मना रहे हैं। दुर्गा भक्त, पंडाल के आयोजकों ने इस बार अद्भुत संयम दिखाया है। कोरोना कीवजह से संख्या पर भले असर पड़ा हो लेकिन भव्यता वही है। दिव्यता वही है। आयोजन भले ही सीमित है लेकिन उल्लास असीमित है। यही तो बंगाल की पहचान है। मेरी आपसे आग्रह है कि मां दुर्गा की पूजा के साथ दो गज की दूरी, मास्क पहनने और सारे नियमों का पालन करेंगे। 

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी मां दुर्गा ‘दारिद्रय दु:ख भय हारिणि’ कही जाती हैं, ‘दुर्गति-नाशिनी’ कही जाती हैं। अर्थात, वो दुखों को, दरिद्रता को, दुर्गति को दूर करती हैं। इसलिए दुर्गा पूजा तभी पूरी होती है जब हम किसी के दुख को दूर करते हैं, किसी गरीब की मदद करते हैं। महिषासुर का वध करने के लिए माता का एक अंश ही पर्याप्त था, लेकिन इस कार्य के लिए सभी दैवीय शक्तियां संगठित हो गई थीं। वैसे ही नारी शक्ति हमेशा से सभी चुनौतियों को परास्त करने की ताकत रखती है। ऐसे में सभी का दायित्व है कि संगठित रूप से सभी उनके साथ खड़े हों। भाजपा के विचार यही है, संस्कार यही है और संकल्प भी यही है। इसलिए देश में आज महिलाओं के सशक्तिकरण का अभियान तेज गति से जारी है।

पीएम मोदी ने कहा कि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर, बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय, शरद चंद्र चट्टोपाध्याय को मैं प्रणाम करता हूं, जिन्होंने समाज को नई राह दिखाई, उन ईश्वरचन्द्र विद्यासागर, राजा राम मोहन राय, गुरुचंद ठाकुर, हरिचंद ठाकुर, पंचानन बरमा का नाम लेते हुए नयी चेतना जगती है। आज अवसर है इन सबके सामने शीश झुकाने का जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को जीवंत किया, नई ऊर्जा से भर दिया ऐसे नेताजी सुभाष चंद्र बोस, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, शहीद खुदीराम बोस, शहीद प्रफुल्ल चाकी, मास्टर दा सूर्य सेन, बाघा जतिन को मैं नमन करता हूं। 

पीएम मोदी ने आगे कहा कि दुर्गा पूजा का पर्व भारत की एकता और पूर्णता का पर्व भी है। बंगाल की दुर्गा पूजा भारत की इस पूर्णता को एक नई चमक देती है, नए रंग देती है, नया श्रृंगार देती है। ये बंगाल की जागृत चेतना का, बंगाल की आध्यात्मिकता का, बंगाल की ऐतिहासिकता का प्रभाव है। बंगाल की भूमि से निकले महान व्यक्तित्वों ने जब जैसी आवश्यकता पड़ी, शस्त्र और शास्त्र से, त्याग और तपस्या से मां भारती की सेवा की है। उन्होंने आगे कहा कि बंगाल की माटी को अपने माथे से लगाकर जिन्होंने पूरी मानवता को दिशा दिखाई, उन श्री रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, चैतन्य महाप्रभु, श्री ऑरोबिंदो, बाबा लोकनाथ, श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र, मां आनंदमयी को मैं प्रणाम करता हूं। 

बंगाल चुनाव में पिछली बार का गणित

भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य की 18 सीटों पर बड़ी जीत दर्ज की थी, जबकि तृणमूल कांग्रेस को 22 सीटें मिली थी। इसके बाद से भाजपा राज्य में प्रमुख विपक्षी दल के रूप में उभरी है और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को उससे आसन्न खतरा दिखाई दे रहा है। भाजपा ने अपनी पूर्वोत्तर रणनीति के तहत पश्चिम बंगाल को मिशन बनाया हुआ है और अगले विधानसभा चुनाव में जीत की रणनीति के लिए वह जी जान से जुटी है।

आगामी चुनाव से लिहाज से है अहम

पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और भाजपा ने उसके लिए व्यापक तैयारी शुरू कर दी है। हाल में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सिलीगुड़ी में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और अन्य कई कार्यक्रम किए हैं। इस दौरान राज्य में भाजपा के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की चिंताएं भी बढ़ी हैं। दोनों दलों में टकराव भी बढ़ा है। 

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