कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को मांग की कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस को ‘राष्ट्र नेता’ का पद दिया जाना चाहिए और कहा कि राष्ट्र को उनके रहस्यमय ढंग से लापता के बारे में सच जानने का अधिकार है। ममता बनर्जी ने नेताजी की 119 वीं जयंती के मौके पर आयोजित एक समारोह में कहा, ‘राष्ट्र को नेताजी की नियति के बारे में जानने का अधिकार है। 75 साल पहले नेताजी ने देश छोड़ा था लेकिन अब भी हम उनके लापता होने के बारे में तथ्य नहीं जानते है। लोगों को सच जानने का अधिकार है।’ उन्होंने कहा, ‘हम उन फाइलों को देखना चाहते हैं जो नेताजी के लापता होने के बारे में प्रकाश डालेंगी। नेताजी के लापता होने के बारे में सच दस्तावेजों और सबूतों के माध्यम से सामने आना चाहिए।
नेताजी को राष्ट्रनेता का पद दिया जाना चाहिए। वह इस सम्मान के हकदार हैं।’ उन्होंने कहा कि नेताजी के लापता होने के बारे में सच से युवाओं और अगली पीढ़ियों को वाकिफ कराना सरकार की जिम्मेदारी है। पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने पिछले साल सितंबर में नेताजी से संबंधित 64 ‘गोपनीय’ फाइलों को सार्वजनिक किया था। शनिवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी से संबंधित 100 फाइलों को गोपनीय सूची से हटाया। इससे उनकी मौत से जुड़े विवाद पर कुछ रोशनी पड़ेगी।