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कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी के बीच जारी मतभेद के बीच राज्यपाल ने रविवार को एक बड़ा आरोप लगाया। राज्यपाल धनखड़ ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में राजभवन पर नजर रखी जा रही है। राज्यपाल ने ममता सरकार पर राजभवन की जासूसी करने का आरोप लगाया है। धनखड़ ने कहा कि राजभवन की पवित्रता को अखंड रखना होगा। 

धनखड़ ने चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा कि पिछले एक साल में कई मुद्दों पर टीएमसी सरकार के साथ उनकी भीड़ंत हो चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में अराजकता कायम है। धनखड़ ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि "मैं आप सभी को बताना चाहूंगा कि राजभवन निगरानी में है। यह राजभवन की पवित्रता को कमजोर करता है। मैं इसकी पवित्रता की रक्षा के लिए सब कुछ करूंगा।" 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बिना धनखड़ ने कहा कि 'वो किसी हालत में भी सर्विलांस को बर्दाश्त नहीं करेंगे, और जिन्होंने ऐसा किया है उन्हें सजा मिलनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि सर्विलांस से जुड़ी एक लिस्ट राजभवन ने तैयार की है जिसे उनके अनुमति के बाद जारी किया जा सकता है।इस मामले में एक गंभीर जांच की शुरुआत कर दी गई है ताकि सच्चाई सामने आ सके।'

बता दें कि राज्यपाल धनखड़ ने शनिवार को राज्य की जनता से बेहतर माहौल बनाने की अपील की थी, ताकि बिना किसी हिंसा के चुनाव हो सके और राष्ट्र के लिए मिसाल कायम की जा सके।

धनखड़ ने बैरकपुर में गांधी घाट पर स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा था कि ‘‘मैं सभी से अपील करता हूं कि हम एक ऐसा माहौल तैयार करें, जिससे हम पूरे देश में एक उदाहरण दे सकें कि पश्चिम बंगाल में चुनाव सबसे अधिक प्रामाणिक और वास्तव में किसी भी तरह की हिंसा से मुक्त है।’’

हालांकि, राज्यपाल ने उस चुनाव के बारे में स्पष्ट नहीं किया जिसके बारे में वह बात कर रहे थे। राज्य में 107 नगर निकायों के अलावा कोलकाता नगर निगम का चुनाव इस साल अप्रैल में होना था, जिन्हें महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया है। अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव भी होना है।

 

 

 

 

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