कोलकाता: नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि बाहरी लोग और सांप्रदायिक ताकतें हिंसा फैलाने की साजिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल में स्थिति धीरे-धीरे काबू में आ रही है। एहतियात के तौर पर कुछ जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। दूसरी तरह कुछ इलाकों में कर्फ्यू में ढील भी दी गई है।
ममता बनर्जी की ओर से जारी एक बयान में उन्होंने कहा, पश्चिम बंगाल सरकार के बार-बार अनुरोधों के बावजूद कुछ बाहरी लोग और सांप्रदायिक ताकतें हिंसा फैलाने की साजिश कर रही हैं। हमने कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं। इनमें मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तर दिनाजपुर, हावड़ा, 24 परगना उत्तर, बशीरहाट, बारासात महाकुमा और 24 परगना दक्षिण इलाके शामिल हैं।
इससे पहले शनिवार को मुर्शिदाबाद तथा हावड़ा जिलों प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। यहां प्रदर्शनकारियों ने पांच ट्रेनों, तीन रेलवे स्टेशनों के अलावा कम से कम 25 बसों में आग लगा दी।
इसके बाद पश्चिम बंगाल में उग्र प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से शांति बनाए रखने और लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करने की दो बार अपील की। उन्होंने कहा, सरकारी संपत्तियों को नुकसान मत पहुंचाइए. जो लोग परेशानियां खड़ी करने के दोषी पाए जायेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी तरफ विपक्षी भाजपा ने धमकी दी है कि अगर बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों का उपद्रव जारी रहा तो वह राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए केंद्र का रुख करेगी।
राज्यपाल ने दी ममता को नसीहत
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस हालात से निपटने के लिए नसीहत दी है। उन्होंने ममता बनर्जी से वर्तमान स्थिति में संविधान के प्रति सच्ची आस्था और निष्ठा दिखाने की अपील की। धनखड़ ने ट्वीट किया, राज्य में हो रही घटनाओं से मैं परेशान और दुखी हूं। मुख्यमंत्री को अपने पद की शपथ के अनुसार भारत के संविधान के प्रति सच्ची आस्था और निष्ठा दिखानी होगी।