कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र है लेकिन देश के कई अन्य हिस्सों में यह खतरे में है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन महत्वपूर्ण हैं। जिस दिन विरोध प्रदर्शन अपना मूल्य खो देंगे उस दिन भारत, भारत होना बंद हो जाएगा। तृणमूल सुप्रीमो ने कोलकाता में व्यापार संघों की बैठक को संबोधित किया। ममता बनर्जी ने कहा कि एनआरसी बंगाल या देश के किसी भी हिस्से में नहीं होगा। असम में यह 'असम समझौते' की वजह से हुआ। असम समझौता 1985 में तत्कालीन राजीव गांधी सरकार और ऑल असम स्टुडेंट्स यूनियन के बीच हुआ था।
ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में एनआरसी को लेकर भय पैदा करने वाली भाजपा पर धिक्कार है, इसके कारण पश्चिम बंगाल में छह लोगों की जान चली गई। मुझ पर भरोसा रखिए, पश्चिम बंगाल में एनआरसी को कभी मंजूरी नहीं मिलेगी। भाजपा पर देश में लोकतांत्रिक मूल्यों को कमतर करने का आरोप लगाते हुए बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र है लेकिन देश के कई अन्य हिस्सों में यह खतरे में है।
उन्होंने कहा कि भाजपा रोजगार छीनने या भारत की अर्थव्यवस्था के नीचे जाने की कोई बात नहीं कर रही, वह तो बस अपने राजनीतिक हितों को साधना चाहती है। हम सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण, उन्हें बंद किए जाने के विरोध में 18 अक्टूबर को रैली करेंगे। हमने देखा कि उन्होंने (एबीवीपी, भाजपा) जाधवपुर विश्वविद्यालय में क्या किया, वे हर जगह सत्ता हासिल करना चाहते हैं।