ताज़ा खबरें
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उनकी पार्टी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर किसी भी तरह का कोई अध्यादेश लाने की नहीं सोच रही है। हालांकि, उन्होंने भरोसा दिलाया कि अयोध्या में विवादित जमीन पर राम मंदिर का निर्माण केवल भाजपा करवा सकती है और किसी में इतनी हिम्मत नहीं है। राम मंदिर के मुद्दे ने भाजपा का भले ही ज्यादा नुकसान किया है, क्योंकि विपक्षी पार्टियां अल्पसंख्यक को डराने और वोटों के धुव्रीकरण के लिए इसका इस्तेमाल करती रही हैं।

साथ ही विजयवर्गीय ने कहा, 'हम लोग राम मंदिर के मुद्दे पर जल्द फैसले के लिए कोर्ट में फिर अपील करेंगे। अगर कोई मामला कोर्ट में हो तो जल्दबाजी न करनी चाहिए और फैसला लेने के लिए पर्याप्त समय देना चाहिए। लेकिन अगर लोगों की उम्मीद बढ़ती रहेंगी तो सरकार को इस मुद्दे पर कोई कदम उठाना पड़ेगा। लेकिन अभी पार्टी राम मंदिर के निर्माण के लिए किसी भी तरह के अध्यादेश लाने पर कोई विचार नहीं कर रही है।' जब उनसे कई संगठनों और राजनीतिक पार्टियों की ओर से अध्यादेश के लिए बनाए जा रहे दबाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें जल्द फैसले के लिए कोर्ट से आग्रह करना होगा। बता

दें, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव के दौरान अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा एक बार उठाया गया है। हाल ही में 25 नवंबर को विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में 'धर्म सभा' का आयोजन किया था। इस धर्म सभा में देशभर के संतों ने हिस्सा लिया था और सरकार से अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की मांग की थी। संतों ने कहा था कि अब हमारा धैर्य खत्म हो गया है, राम मंदिर बनना चाहिए।

वहीं इसी दिन एनडीए में भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे भी अयोध्या पहुंचे थे। ठाकरे ने अयोध्या में भाजपा और नरेंद्र मोदी सरकार पर राम मंदिर निर्माण को लेकर निशाना साधा था। ठाकरे ने कहा था कि अगर राम मंदिर का निर्माण नहीं होता है तो भाजपा दोबारा से सरकार नहीं बना पाएगी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख