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नई दिल्ली: वैसे तो केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रीयो के लिए विवाद कोई नया नहीं। लेकिन इस बार फिर से वह एक विवाद में उस वक्त आ गए जब उन्होंने लोगों को अपने संबोधन के दौरान एक शख्स के “पैर तोड़ने और उसके हाथ में बैसाखी देने” की बात कही। केन्द्रीय मंत्री एक वीडियो में पश्चिम बंगाल के आसनसोल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मंच से यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं- “क्यों घूम रहे हो? कृपया बैठ जाओ।” उसके बाद वह परेशान होकर बोलते हैं- “तुम्हें क्या हुआ है? क्या समस्या है? मैं तुम्हारा एक पैर तोड़ सकता हूं और बैसाखी दे सकता हूं।”

सुप्रियो दिव्यांगों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान व्हील चेयर्स और अन्य सामानों के वितरण में शामिल होने आए थे। इस वीडियो के सर्कुलेट होने के बाद उनके इस व्यवहार पर केन्द्रीय मंत्री की काफी आलोचना की जा रही है। एक्टिविस्ट और वकील प्रशांत भूषण ने ट्वीट करते हुए कहा- “यह बीजेपी की संस्कृति है। वह सत्ता के नशे में है।”

मंच से सुप्रियो ने उस शख्स को आदेश देते हुए कहा कि अलग जाकर खड़े हो जाए। साथ ही, सुरक्षाकर्मी से कहा कि अगर वे अपनी जगह से हिलता है तो- “उस शख्स के पैर तोड़कर उसके हाथ में बैसाखी दे दें।” उसके बाद उन्होंने लोगों से कहा कि वे तालियां बजाएं।

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