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पटना: नीट पेपरलीक केस में गिरफ्तार आरोपियों को राहत नहीं मिली है। पटना सिविल कोर्ट में आज सुनवाई होनी थी। लेकिन, पटना पुलिस एनएचएआई के गेस्ट हाउस की डायरी लिए बिना की कोर्ट पहुंच गई। इसके कोर्ट ने अगली सुनवाई में डायरी लाने का आदेश दिया। इसीलिए कोर्ट में आज सुनवाई टल गई। अब 25 जून को इस मामले में फिर सुनवाई होगी।

गिरफ्तार आरोपियों ने दायर की थी याचिका

बताया जा रहा है नीट यूजी पेपरलीक में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की ओर से जमानत के याचिका दायर की गई थी। शुक्रवार को पटना सिविल कोर्ट के एडीजे पांच राजेन्द्र कुमार सिन्हा की अदालत में होनी थी। इसी बीच पटना पुलिस अपूर्ण डायरी लेकर कोर्ट पहंच गई थी। अधिवक्ता ने बहस करने की कोशिश की लेकिन गेस्ट हाउस की पूर्ण डायरी लाने का आदेश दिया। बता दें ये वही गेस्ट हाउस है, जिसमें जूनियर इंजीनियर सिकंदर कुमार यादवेंदु और अनुराग यादव का नाम आया था। कोर्ट ने पुलिस को अगली सुनवाई में अपडेट डायरी लाने की बात कह सुनवाई को टाल दिया।

तीन कर्मियों को उपमुख्यमंत्री ने किया था निलंबित

उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने गेस्ट हाउस बुकिंग में शामिल रहे पथ निर्माण विभाग के तीन कर्मियों को निलंबित करते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा है, क्योंकि उन्होंने इस विभाग के पूर्व मंत्री तेजस्वी यादव के आप्त सचिव के कॉल पर और तेजस्वी यादव को ‘मंत्रीजी’ के रूप में चिह्नित करते हुए कमरा बुक किया था। पत्रकारों के सामने उन्होंने कुछ कॉल डिटेल्स दिखाए और तेजस्वी यादव को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि पेपरलीक केस में गिरफ्तार हुए सिकंदर प्रसाद यादवेंदु का तेजस्वी और लालू यादव से क्या संबंध है? यह उन्हें स्पष्ट करना चाहिए।

 

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